महिलाओं में डिप्रेशन के कारण एवं इन्हें दूर करने के उपाय

by Darshana Bhawsar
depression

डिप्रेशन के कई कारण होते हैं जैसे तनाव या किसी प्रकार की चिंता इत्यादि। डिप्रेशन एक मानसिक रोग अवस्था होती है। डिप्रेशन व्यक्ति की मनोदशा एवं मष्तिष्क को प्रभावित करती है। वैसे तो डिप्रेशन किसी भी को हो सकता है चाहे वो स्त्री हो या पुरुष। लेकिन महिलाओं में डिप्रेशन अधिकतर देखा जाता है। डिप्रेशन के कारण महिलाएँ बहुत अधिक प्रभावित होती हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मानसिक बिमारियों को नज़रअंदाज कर देते हैं। जिसकी वजह से वह बीमारी बड़ जाती है और फिर इसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है। डिप्रेशन का मासिक तनाव से बहुत गहरा सम्बन्ध है इसलिए तनाव को अगर आप दूर रखेंगे तो डिप्रेशन अपने आप ही आपसे दूर रहेगा।

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  • डिप्रेशन के मुख्य कारण:
  • डिप्रेशन का मुख्य कारण वैसे तो मानसिक तनाव है और तनाव की कई सारी वजह हो सकती हैं जैसे किसी बात को अधिक सोचना, ज्यादा चिंता करना इत्यादि। ये चिंता और सोच किसी भी चीज़ को लेकर हो सकती है जैसे शादी, परीक्षा, घर में परेशानी, वित्तीय परेशानी कुछ भी। कुछ लोग इस प्रकार के संकट को आसानी से झेल जाते हैं लेकिन कुछ लोग इन संकट को नहीं झेल पाते और वे डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
  • दूसरा कारण होता है मासिक धर्म। मासिक धर्म के दौरान महिलाएँ शारीरक पीड़ा से गुजरती हैं और इस शारीरिक पीड़ा की वजह से वे चिड़चिड़ापन महसूस करती हैं। कई बार उनको तनाव महसूस होता है और इस वजह से उन्हें डिप्रेशन भी होने लगता है।
  • अत्यधिक शराब के सेवन से भी डिप्रेशन होने की सम्भावना होती है। अत्यधिक शराब पीने से मानसिक तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है साथ ही मानसिक रूप से कई विकार उत्पन्न होने लगते हैं और कई परेशानियाँ होने लगती हैं। न चाहते हुए भी तनाव महसूस होता है और व्यक्ति डिप्रेशन में चला जाता है। महिलाओं पर शराब के सेवन का अधिक बुरा प्रभाव पढता है।
  • गर्भावस्था के दौरान भी डिप्रेशन जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं और महिलाओं को तनाव महसूस होता है। इस दौरान महिलाएँ बहुत ही नाजुक दौर से गुजरती हैं और इसी कारण उन्हें अत्यधिक तनाव महसूस होता है। और उनका मूड बात-बात पर बदलता रहता है। कभी वे बहुत ख़ुशी महसूस करती हैं तो कभी अचानक उन्हें रोने का मन होता है। और इस वजह से उन्हें भी पता नहीं होता कि वे क्या कर रही हैं। और कई बार उन्हें किसी ही बात पर तनाव महसूस होने लगता है।
  • मधुमेह, कैंसर जैसे रोगों के दौरान भी कई बार डिप्रेशन जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस दौरान महिलाएँ खुश होने का प्रयास करती हैं लेकिन खुश नहीं हो पाती और उन्हें तनाव महसूस होने लगता है और तनाव के कारन डिप्रेशन होना स्वाभाविक है।

ये कुछ ऐसे कारण हैं जो डिप्रेशन की मुख्य वजह हैं। डिप्रेशन मानसिक स्थिति को बहुत ही ख़राब कर देता है। डिप्रेशन की वजह से कई प्रकार की और भी बीमारियाँ हो जाती हैं। व्यक्ति कुछ सोच समझ ही पाता कि वह क्या करे और क्या नहीं करे। डिप्रेशन के कुछ लक्षण होते हैं उनके बारे में जानना भी बहुत जरुरी है ताकि आप समझ पाएं और इस पर रोक लगा पाएं।

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  • डिप्रेशन के लक्षण:
  • थकान:

डिप्रेशन में व्यक्ति को आराम करने के बाद भी मानसिक और शारीरिक रूप से थकान महसूस होती है। और दिमाग भी ठीक से कार्य नहीं करता। और बिना वजह ही मानसिक तनाव महसूस होता है। यह डिप्रेशन का लक्षण है इसे नज़रअंदाज न करें।

  • उदासी:

अगर आप पहले बहुत खुश रहते थे और अब अचानक उदास रहने लगे हैं और अचानक आपको खालीपन सा महसूस होने लगा है तो यह भी डिप्रेशन का ही एक लक्षण है। अगर आपको यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आप इसके प्रति सचेत रहें।

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  • चिंता, घबराहट:

किसी भी बात पर अचानक बहुत चिंता करना या अचानक घबराहट महसूस होना। छोटी से छोटी बात पर भी सोच में पड़ जाता ये सभी डिप्रेशन के लक्षण हैं। अगर आप ऐसा कुछ भी महसूस कर रही हैं तो किसी मानसिक रोग वाले डॉक्टर को दिखाएं। डिप्रेशन का इलाज करना बहुत ही मुश्किल होता है क्योंकि एक प्रकार से इलाज पूर्ण रूप से मानसिक रोगी के हाथ में ही होता है। रोगी चाहे तो जल्दी ठीक हो सकता है।

  • भूख में कमी या बहुत ज्यादा भूख लगना:

अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है कि आपको बहुत अधिक भूख लगने लगी है या आपको बहुत कम भूख लगती है तो यह भी डिप्रेशन का एक कारण हो सकता है। भूख में कमी होना या बहुत भूख लगने के वैसे तो और भी कारण हो सकते हैं। लेकिन डिप्रेशन भी इसकी मुख्य वजह हो सकती है।

  • नींद में कमी आना:

अगर आपकी नींद में कमी आती है तो भी यह डिप्रेशन के लक्षण हो सकते हैं। नींद पूरी होना बहुत आवश्यक होता है अगर आपकी नींद पूरी नहीं होती है तो इसके कारण आपका मानसिक तनाव बढ़ता है और जिसका परिणाम होता है डिप्रेशन। अगर आपको नींद कम आने लगी है और मानसिक तनाव महसूस होता है तो यह डिप्रेशन के कारण भी संभव है इसके जाँच जरूर करवाएं।

  • अत्यधिक सोचना:

जब आप बहुत ज्यादा सोचते हैं और आपको कुछ समझ नहीं आता तब दिमाग पर अधिक जोर पढता है और इसके कारण आपको मानसिक तनाव महसूस होता है। ऐसा डिप्रेशन की वजह से हो सकता है। अगर आपको भी अपने अंदर ऐसे कोई लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो यह डिप्रेशन के कारण है। आप इसके प्रति हमेशा सचेत रहें।

ये सभी डिप्रेशन के लक्षण है। अगर आपको अपने अंदर ऐसे कोई भी लक्षण महसूस होते हैं तो इसके प्रति स्वयं को जागरूक रखें। और ध्यान रखें कि आप ऐसी चीज़ों से दूर रहें जिससे आपको तनाव महसूस होता है। अब बात आती है कि आप डिप्रेशन को कम करने के लिए क्या-क्या कर सकते हैं। डिप्रेशन कम करने के लिए आपको उपाय करना बहुत आवश्यक है।

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  • डिप्रेशन कम करने के उपाय:
  • जीवनशैली में करें बदलाव:

अगर आप डिप्रेशन से बचना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में कई प्रकार के परिवर्तन करने होंगे। ये सभी परिवर्तन आपके जीवन में एक सकारात्मक ऊर्जा को प्रवाहित करेंगे जो डिप्रेशन कम करने के लिए बहुत ही जरुरी हैं। तो जीवन शैली में कुछ ऐसे बदलाव करें:

  • सुबह सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
  • व्यायाम करें।
  • खाने का समय निर्धारित करें।
  • कम से कम 8 घंटे कि नींद लें।
  • अधिक सोचना कम करें।

अगर आप इन सभी बातों का पालन करते हैं तो आपके पास से नकारत्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी और सकारत्मक ऊर्जा आप तक आएगी।

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  • मैडिटेशन:

मैडिटेशन को मानसिक तनाव दूर करने के लिए बहुत ही सहायक माना जाता है। मैडिटेशन और योग के द्वारा आप अपने मन, तन और आत्मा को एक दूसरे से जोड़ते हैं। मैडिटेशन से मानसिक तनाव और डिप्रेशन को बहुत ही जल्दी दूर भगाया जा सकता है। अगर आप रोज सुबह उठकर खुली हवा में मैडिटेशन करती हैं तो आपको डिप्रेशन  कभी नहीं होगा। और अगर आपको डिप्रेशन है तो आप मैडिटेशन से उसे दूर कर सकते हैं।

  • योग:

योग के द्वारा भी डिप्रेशन को दूर करना संभव है। इसमें प्राणायाम बहुत ही सहायक होते हैं। इनकी मदद से आप डिप्रेशन को कई गुना दूर कर सकते हैं। योग के द्वारा तनाव जैसी चीज़ें नहीं होती और शारीरिक संतुलन भी बना रहता है। इसलिए डिप्रेशन को दूर भागने के लिए आप योग प्राणायाम का प्रयोग करें।

  • अपने पसंद का कार्य करें:

अगर आपको कोई कार्य करना पसंद है जैसे किताब पढ़ना, गाने सुनना या फिर डांस करना या फिर कुछ और तो आप वो कार्य करें। डिप्रेशन को दूर करने का यह सबसे अच्छा तरीका है। इससे आपको ख़ुशी होगी और ख़ुशी के कारण आपके अंदर एक सकारत्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा। और यही ख़ुशी आपके मानसिक तनाव को दूर करेगी।

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ये सभी उपाय आप आसानी से अपना सकते हैं और डिप्रेशन से दूर रह सकते हैं। यह बहुत ही साधारण तरीके हैं जिन्हें अपनाना आसान है। तो अगर आपको डिप्रेशन के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप ये जरूर अपनाएं। डिप्रेशन को कभी भी नज़रंदाज़ न करें। अगर आपको डिप्रेशन के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो आप उन पर गौर करें और इसके प्रति जागरूक रहें। यह बहुत ही जरुरी है। योग और मैडिटेशन को हमेशा अपने जीवन का हिस्सा बनाये रखें। योग और मैडिटेशन तनाव दूर करने के साथ-साथ कई अन्य बिमारियों को भी दूर करने में सक्षम है जैसे मधुमेह, ह्रदय रोग, मोटापा इत्यादि।