कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता के ये चार लक्षण आपको भी अपने अन्दर नज़र आते हैं तो सावधान हो जायें

by Darshana Bhawsar
symptoms of weak immunity

जहाँ कोविड-19 एक बहुत बड़ी समस्या बन गया है है वहीँ कहीं न कहीं कोविड-19 महामारी ने लोगों को उनकी सेहत को लेकर जागरूक करने का काम किया है। लोगों को इस बात का एहसास कराया है कि स्वस्थ जीवन के लिए रोग-प्रतिरोधक क्षमता का बेहतर होना कितना जरूरी है। और जीवन कितना अमूल्य है।

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रोग-प्रतिरोधक क्षमता का काम शरीर को कई चीज़ों से बचाना होता है जैसे वायरस, बैक्टीरिया या बीमार करने वाले कारकों से बचाव करना होता है। इसके अलावा यह शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को, संक्रमित कोशिकाओं से अलग करने का कार्य भी करती है। व शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता करता है। शरीर में इम्युनिटी को बढ़ाना बहुत जरुरी होता है। यदि इम्युनिटी कमजोर हो जाती है तो हमारा शरीर रोगो से लड़ने में असमर्थ हो जाते है। व कमज़ोर पड़ने लगते है। ऐसे में अगर आपको भी नीचे बताये गए लक्षणों का आभास अपने शरीर में होता है। तो सावधान हो जाये।

कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता के ये चार लक्षण आपको भी अपने अन्दर नज़र आते हैं तो हो जायें सावधान:

  1. बीमार बने रहना व कमजोरी महसूस होना
  2. एलर्जी
  3. जल्दी घाव ठीक न होना
  4. थकान महसूस करना

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बीमार बने रहना व कमज़ोरी महसूस करना:

मौसम के बदलने पर बीमार पड़ना आम बात है हर मौसम में किसी न किसी प्रकार से लोग बीमार हो जाते हैं। लेकिन अगर आप हर मौसम में बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो इसका एक कारण आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता का कमज़ोर होना भी माना जा है। जो कि बहुत गंभीर समस्या है। होंठों का फटना व दरारे पड़ने पर इसका अनुमान लगाया जा सकता है कि आप बीमार है। इसी तरह नींद न आना, त्वचा में खुजली इत्यादि बीमारी के लक्षण हो सकते है। बीमार होने से बचने के लिए हरी सब्जियाँ,केले व अन्य फल, सब्ज़ियों का सेवन करें।

एलर्जी:

एलर्जी होना वास्तव में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दर्शाता है जिसकी वजह से हमारे शरीर के संपर्क में आने वाले कुछ पदार्थों और रसायनों के प्रति संवेदनशीलता दिखाई देती है, यह प्रतिक्रिया बहुत जल्दी दिखाई देती है और कई बार इसका असर काफी लंबे समय तक दिखाई देता है। लें कुछ लोगों के शरीर में इसका लम्बे समय तक असर नहीं रहता। भोजन व पेय पदार्थों से लेकर पेड़-पौधों और यहाँ तक कि दवाओं से भी एलर्जी हो सकती है। एलर्जेन हमेशा हानिकारक हों ऐसा जरुरी नहीं है अधिकांश लोगों को इसका असर नहीं होता है, लेकिन जिनका शरीर एलर्जेंस के प्रति संवेदनशील होता है, उनके लिए एलर्जी की समस्या बेहद घातक हो सकती है। व उनके शरीर पर इसका काफी भारी प्रभाव पड़ता है।

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जल्दी घाव ठीक न होना:

आम तौर पर शरीर पर लगने वाले घाव जल्दी भर जाते है यदि आपके शरीर के छोटे से छोटे घाव को भी भरने में काफी समय लगा रहा है तो यह चिंता का विषय है। यह सीधा आपकी कमज़ोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता की ओर इशारा करता है। प्रतिरक्षा प्रणाली घाव को ठीक करने और नई कोशिकाओं का निर्माण कर इसे सुखाने में मदद करती है। यह घाव को ठीक करने के लिए बैक्टीरिया का निर्माण करता है। हालांकि यदि आपकी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया मजबूत नहीं है तो आपका घाव भरने में ज्यादा समय लगेगा। इससे बचने के लिए नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी, विटामिन सी और जिंक का सेवन करना चाहिए। हमारे शरीर को विटामिन से कोलेजन की जरूरत होती है। तथा विटामिन सी और डी घाव भरने में सहायक होते हैं।

थकान महसूस होना:

यदि आप पर्याप्त आराम के बाद भी थकान महसूस कर रहे हैं शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस कर रहे है, और लगातार आपके साथ ऐसा हो रहा है तो यह निश्चित रूप से रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने की ओर इशारा करता है। वहीं नींद न आना और कमजोरी महसूस होना और आँख के नीचे डार्क सर्कल होना भी कमजोर इम्यून सिस्टम की निशानी होती है। ऐसे में योग और व्यायाम करना बहुत लाभकारी होता है और शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाने में सहायक है। यह न केवल हमारे तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है बल्कि थायराइड ग्रंथियों को भी उत्तेजित करने में सहायक होता है, जिससे थकान और आलस दूर हो जाते है। और शरीर में एक सकारात्मकता व ऊर्जा का संचार होता है।

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तो अगर कमजोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता के ये चार लक्षण आपको भी अपने अन्दर नज़र आते हैं तो सावधान हो जायें। इनसे बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन लें पौष्टिक भोजन लें और साथ ही व्यायाम करें जो बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।