जानिए बच्चे को कब और कैसे देना चाहिए देसी घी

by Darshana Bhawsar
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घी को आयुर्वेद में अहम् स्थान प्राप्त है क्योंकि घी के द्वारा कई बिमारियों का उपचार संभव है। कहा जाता है घी जितना पुराना होता है उतना ही ज्यादा फायदेमंद होता है। कुछ दिन पहले तो एक न्यूज़ के द्वारा यह भी सामने आया था कि दक्षिण भारत में लोगों को 100 साल पुराने घी द्वारा ठीक किया गया था।

घी को जमीन में से निकाला गया, इसके बाद पता चला कि घी 100 साल पुराना है। इसके बाद इसके द्वारा कई बिमारियों का इलाज किया गया। वैसे हम यहाँ जानेंगे कि बच्चे को कब और कैसे घी देना चाहिए। घी बच्चों के लिए सुरक्षित होता है या नहीं। यह जानना बहुत जरुरी है।

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कई बार माँ को नहीं पता होता कि बच्चे को किस मात्रा में और किस तरह घी दें। और इसके चलते कई बार बच्चे को कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है जैसे कफ़, एलर्जी। घी के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी हैं।

जानिए बच्चे को कब और कैसे देना है देसी घी:

छः महीने बाद बच्चे को खिलाएँ देसी घी:

वैसे अगर देखा जाए तो घी में सभी पौषक तत्व होते हैं इसमें विटामिन ए, डी, फैटी एसिड, ऊर्जा, कोलेस्ट्रोल, केलोरी सभी कुछ पाया जाता है जो शरीर को उर्जा प्रदान करता है। दिन भर में कम से कम एक चम्मच घी खाना चाहिए।

अब अगर बच्चे की बात करें तो जन्म के छः महीने बाद बच्चे को देसी घी खिलाना चाहिए। जब बच्चा छः से आठ महीने का हो जाता है तब वह 0.6 kcal/g ग्रहण कर सकता है। 12 से 23 महिना का शिशु 1 kcal/g घी ग्रहण कर सकता है।

तो आप अपने बच्चे को छः महीने के बाद से देसी घी का सेवन करवा सकती हैं। जैसे दाल के पानी में मिलाकर या फिर आप उसको खिचड़ी देती हैं तो उसमें मिलाकर। इससे उसको एनर्जी मिलेगी। उसकी हड्डियों के लिए भी उम्दा रहेगा।

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कितनी मात्रा में खिलाएँ बच्चे को घी:

बच्चे को आप रोजाना एक छोटा चम्मच देसी घी खिला सकती हैं। इतना घी आपके शिशु के लिए पर्याप्त है। इससे ज्यादा घी बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए उसे ज्यादा घी न खिलाएँ। इसके साथ ही आप अपने शिशु को गुड, शहद, मक्खन आदि भी खिला सकती है।

अगर आपको अपने बच्चे की डाइट को लेकर कोई भी समस्या है तो इस मामले में आप एक्सपर्ट से इस बारे में बात कर सकती हैं। कई बार हमें पता नहीं होता कि हमारा बच्चा क्या खायेगा क्या नहीं। कई बार बच्चे को कुछ भी खिलाओ तो वह मुँह से बाहर निकाल देता है।

बच्चे को घी खिलते समय कुछ बातों का ध्यान रखें:

घी से भी कभी-कभी शिशु को समस्या हो सकती है तो आपको कुछ बातों का इस दौरान ध्यान रखना होगा। जैसे:

  • अगर आपको लगे कि घी से बच्चे को एलर्जी हो रही है तो बच्चे को घी न दें। और डॉक्टर से इस बारे में सलाह जरुर लें।
  • शिशु को एक छोटा चम्मच घी खिलाएँ इससे ज्यादा घी खिलने की कोशिश न करें।
  • बच्चे को घर का बना शुद्ध घी ही खिलाएँ। बाजार का घी न खिलाएँ हो सकता है बच्चे को उस घी से नुकसान हो।
  • अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा मोटा है तो घी न खिलाएँ इससे उसे तकलीफ हो सकती है।
  • अगर बच्चे को घी से उल्टी हो जाए तो उसे फिर से घी खिलने की कोशिश न करें।

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इन सब ही बातों का ध्यान रखते हुए अपने बच्चे को घी खिलाएँ। जिससे आपके बच्चे को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़ें। इस तरह से आप अपने बच्चे को पौष्टिक आहार दे सकती हैं और उसको घी खिला सकती हैं।