सर्दी -जुखाम के लिए आयुर्वेद नुस्खे हैं लाभकारी

by Darshana Bhawsar
आयुर्वेद

सर्दी-जुखाम की समस्या आज कल आम है। प्रदूषित हवा, ठंडा पानी या धूप से आकर अचानक पानी पीना और भी कई कारणों से सर्दी-जुखाम और खांसी की समस्या उत्पन्न हो जाती है। लेकिन ज्यादा समय तक यह समस्या रहना खतरनाक साबित हो सकती है इसलिए इसका इलाज करना जरुरी होता है। सर्दी-जुखाम के लिए आयुर्वेद नुस्खे अपनाये जा सकते हैं। ये आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे लाभकारी तो होते ही हैं और सेहत पर विपरीत प्रभाव भी नहीं डालते।

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सर्दी जुखाम के लिए आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे:

तुलसी, अदरक एवं काली मिर्च वाला गरम पानी:

जी हाँ तुलसी, अदरक एवं काली मिर्च ये सभी सर्दी-जुखाम और खांसी को दूर करने में सहायक है। एक गिलास पानी लीजिये उसमें 5 पत्ती तुलसी की डालिए, थोडा सा अदरक एवं 4-5 दानें काली मिर्च के पीस कर एवं इस पानी को चाय की तरह उबाल लें। अब इस पानी को चाय की तरह पिएं। स्वाद के लिए इसमें आप काला नमक भी डाल सकते हैं। 1-2 दिन में गले की सारी परेशानी दूर हो जाएँगी एवं सर्दी खांसी का तो नाम ही नहीं रह जायेगा।

अजवाइन:

सर्दी जुखाम

सर्दी और जुखाम के लिए अजवाइन लाभकारी आयुर्वेद नुस्खे में से एक है। रोटी पकाने वाला तबा लें उसमें थोड़ी सी अजवाइन डालें और इसे हलकी आंच पर गरम करें। एक सूती कपडे में इससे डाल कर पोटली बांध लें। एवं इस गरम पोटली से नाक, काल, गले की सिकाई करें और इसे नाक से तेज़ श्वांस के साथ सूंघे। इससे बहुत ही जल्दी सर्दी एवं जुकाम में आराम मिलता है।

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गुड़ का काढ़ा:

गुड़, काली मिर्च, सोंठ, तुलसी इत्यादि लें और पानी मिलकर इनको गरम करें और इनका काढ़ा बना लें। लेकिन इसमें दूध का प्रयोग न करें। इस गरम काढ़े को दिन में 2 या 3 बार पियें। इसके ऊपर पानी न पियें। एवं रात को सोने के पहले इसे पीकर सोये। 1-2 दिन में ही सर्दी-जुखाम से निजात मिल जाता है। यह आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे में से सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला नुस्खा है।

अगर तुलसी के पत्तों का रोज सेवन किया जाये और रोज सुबह गरम पानी पिया जाये तो सर्दी-जुखाम जैसी बीमारी दूर ही रहती हैं।