वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए घर

by Darshana Bhawsar
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जब भी कोई घर या ईमारत बनाने की बात आती है तो व्यक्ति का ध्यान वास्तु की तरफ ही जाता है, क्योंकि आज के समय में लोगों की वास्तु को लेकर काफी जागरूकता बढ़ गई है जो बहुत ही उम्दा बात है। हर व्यक्ति अपने जीवन में सुख शांति चाहता है और चाहता है कि वह जीवन में प्रगति करे और उसका परिवार प्रतिष्ठित रहे। वास्तु शास्त्र में घर का निर्माण या फिर किसी ईमारत का निर्माण ऐसे किया जाता है जिससे घर में हमेशा सकारात्मक उर्जा बनी रहती है। और इसी सकारात्मक उर्जा को घर में प्रवेश करवाने के लिए लोग वास्तु शास्त्र की सहायता लेते हैं।

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वास्तु शास्त्र एक बहुत ही पुराना विज्ञान हैं जिसमें ईमारतों के निर्माण से लेकर किस वास्तु को किस स्थान पर रखना है इन सभी के बारे में जानकारी होती है। प्राचीन काल से चले आ रहे इस विज्ञान ने दुनिया भर में सफलता हासिल की है। कई बार ये बात बहुत अचंभित भी करती है कि क्या घर की दिशा या किसी ईमारत की दिशा से ऐसा होना संभव है। तो जी हाँ दुनिया में कई ऐसे चमत्कारिक विज्ञान हैं और उन्ही विज्ञानों में से एक है वास्तु विज्ञान।

वास्तु विज्ञान के बारे काफी खोज हुई, इसके बाद इसके परिणाम देखे गए, इसके बाद इस पर कई प्रकार की किताबें लिखी गई हैं। लेकिन इस ज्ञान को सीखना इतना आसन नहीं है एक छोटे से छोटे कोने के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। कई बार कुछ-कुछ लोग नकली वास्तु शास्त्री बनकर लोगों को लूटते हैं तो इस बात से सतर्क रहना चाहिए। यह बहुत ही आवश्यक है। वैसे अगर आप ईमारत या भवन निर्माण करवा ही रहे हैं तो इसके बारे में वास्तु शास्त्री की सहायता अवश्य लें। क्योंकि हो सकता है आपका नया घर और नई ईमारत आपके लिए सुख फलदायी साबित हो। कई बातें वास्तु शास्त्र में बताई गई है। आज हम यहाँ बात करने जा रहे हैं कि वास्तु के अनुसार घर कैसा होना चाहिए।

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  • वास्तु शास्त्र में दिशा का महत्व:

जैसे कि हम सभी चार दिशाओं के बारे में जानते हैं तो वास्तु शास्त्र में भी चार दिशायें होती हैं। ये सभी दिशायें किसी न किसी तरह से सकारात्मक उर्जा को एकत्रित करती हैं। लेकिन उसके लिए ईमारत का हर कोना सही तरह से बना हुआ होना चाहिए। पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण ये चार दिशायें बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं। और भाव या ईमारत का निर्माण इन्हीं दिशाओं के अवलोकन के बाद करवाना चाहिए।

  • पूर्व दिशा:

पूर्व दिशा सबसे ज्यादा उर्जावान दिशा होती है इसलिए घर का मुख हमेशा पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। पूर्व दिशा से सूर्योदय होता है। यह सबसे सकारात्मक उर्जा वाली दिशा होती है। इस दिशा में घर का मुख्य द्वार होना चाहिए इसके कई फायदे होते हैं। अगर इस दिशा में घर का मुख्य द्वार हैं तो सूर्य की किरणें सीधे घर के अन्दर प्रवेश करती हैं जो घर से नकारात्मक उर्जा को दूर करती हैं और घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवाह करती हैं।

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  • घर का रंग कैसा हो?:

घर का रंग और घर की दिशा दोनों का ही वास्तु शास्त्र में बहुत अधिक महत्व है। घर का रंग हमेशा हल्का होना चाहिए जैसे सफ़ेद, गुलाबी, हल्का आसमानी, हल्का गुलाबी ये सभी रंग वास्तु के अनुसार शुभ माने जाते हैं। कभी भी घर को काले रंग से नहीं पोतना चाहिए। काला रंग घर के लिए अशुभ होता है। लेकिन नज़र उतारने के लिए काले रंग का प्रयोग किया जाता है। जब घर बनता है तो उस पर काले रंग का मटका रख देते हैं या काले रंग का कपडा घर के सामने बांध देते हैं। इससे घर को किसी की नज़र नहीं लगती। लेकिन काला रंग घर की दीवारों पर पोतते नहीं हैं।

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  • वास्तु के अनुसार घर कैसा होना चाहिए:

वास्तु के अनुसार घर किसी भी दिशा में हो सकता है लेकिन वास्तु से जुडी हुई कुछ बातें ध्यान में रखना चाहिए जैसे:

  • घर के सामने कोई बदबू वाला स्थान जैसे नाला, या गटर न हो।
  • घर के सामने खुला मैदान न हो मतलब कि बंजर भूमि नहीं होना चाहिए, अगर घर के सामने बगीचा है तो अच्छी बात है।
  • घर किसी भी दिशा में हो सकता है लेकिन घर में सूर्य की किरणें प्रवेश करना चाहिए। इसलिए कहा जाता है की घर का मुँह पूर्व दिशा में होना चाहिए।
  • घर के पास अगर मंदिर हो या मंदिर की पूजा की आवाज आपके घर में आ रही है तो ये सोने पर सुहागा जैसी बात हो जाती है।
  • घर के ऊपर कभी कबूतर को नहीं बैठना चाहिए या घोसला नहीं बनाना चाहिए यह अशुभ होता है। इस बात का विशेष ध्यान रखें।
  • घर में भगवान् का स्थान हमेशा साफ़ सुथरा और सुगन्धित होना चाहिए।
  • घर में हमेशा खुशबू आना चाहिए और घर के मुख्य द्वार पर कभी भी गंदगी नहीं होना चाहिए।
  • घर की दीवारों पर हमेशा हलके रंग होना चाहिए।
  • बेडरूम में हमेशा नीली या सफ़ेद लाइट का प्रयोग करें लाल लाइट न लगायें।
  • बेडरूम में कभी पौधे भी नहीं लगाना चाहिए।
  • घर की बाउंड्री पर अगर अशोक के पेड़ लगा दिए जाएँ तो घर की सुन्दरता तो बढ़ ही जाती है साथ ही घर घर में जो अशुभ पेड़ या पौधे हैं उनका प्रभाव भी कम हो जाता है।
  • घर में तुलसी का पौधा हमेशा लगाना चाहिए। जिससे घर में सकारात्मक उर्जा बनी रहे।
  • घर के मुख्य द्वार पर नीबू एवं मिर्ची पिरोकर टांग दें।
  • घर बनवाते समय किसी वास्तु शास्त्री की सलाह अवश्य लें जिससे कि पता चल सके कि आपके लिए वह स्थान सही है या नहीं और वहाँ किस प्रकार का भवन निर्माण होना चाहिए।

कभी-कभी हम इन छोटी-छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते लेकिन ये छोटी-छोटी सी बातें ही बड़ा नुकसान कर देती हैं। जहाँ हम घर या कोई भी ईमारत बनवाने में इतना पैसा खर्च कर रहे हैं वहाँ थोडा सा और पैसा खर्च करना भी सही है। इसे भी जीवन का एक अहम् भाग ही समझना चाहिए।