धनुरासन क्या है और उसके लाभ

by Naina Chauhan
Dhanuasana

धनुरासन हमारे लिए कितना लाभकारी है हम सब जानते ही है। इस आसान को धनुरासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह धनुष के आकार में होता है और यह आसान पद्मासन श्रेणी का एक आसान है। इस आसन की खास बात यह है कि इस आसन को करने से आपको भुजंगासन और शलभासन दोनों के लाभ मिलते हैं। धनुरासन हमारी कमर और रीढ़ की हड्डी के लिए बेहद लाभदायक होता है। यहीं नहीं इस आसन को करने से पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी खत्म हो जाती हैं। 

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धनुरासन करने की विधि

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं।

अब सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़ते हुए कमर के पास ले आएं और अपने हाथ से दोनों टखनों को पकड़ें। सांस लेते हुए आप अपने सिर, छाती और जांघ को ऊपर की ओर उठाएं। जितना संभव हो, उतना शरीर को ऊपर की ओर उठाएं।

इस दौरान आप अपने शरीर के भार को पेट के निचले हिस्से पर लेने की कोशिश करें। जब आप पूरी तरह से अपने शरीर को उठा लें, तब पैरों के बीच फासले को कम करने की कोशिश करें।

इस आसन को करते समय आपकी सांसों का प्रवाह आराम से होना चाहिए।

लगभग 15-20 सेकेंड तक इसी स्थिति में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए पहले वाली स्थिति में वापिस लौट आएं।

धनुरासन करने के लाभ

धनुरासन करने से पेट और इसके आस-पास के हिस्से में सबसे अधिक खिंचाव होता है। जिससे आपका पाचन तंत्र बेहतर बनता है।

धनुरासन के नियमित अभ्यास से भूख संतुलित होती है।

इस आसन को नियमित करने से वजन घटाता है और फैट कम करने में भी मदद मिलती है।

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महिलाओं के मासिक धर्म से संबंधित रोग दूर होते हैं।

धनुरासन से सबसे अधिक खिंचाव रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है, जिससे रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।

इस आसन को करने से थाइरॉयड की समस्या काफी हद तक ठीक हो जाती है।