क्या माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन से रहा जा सकता है स्वस्थ

by Darshana Bhawsar
क्या माइंड एंड बॉडी

माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन स्वस्थ जीवन का एक अहम् हिस्सा हैं। अगर स्वस्थ रहना है तो जीवन में कुछ अच्छी चीज़ों को अपनाना होता है और बुरी आदतों को छोड़ना होता है। माइंड एंड बॉडी एक्सरसाइजेज एवं मैडिटेशन भी उन्ही में से एक हैं। क्योंकि इनके द्वारा एक स्वस्थ और सुखमय जीवन बिताया जा सकता है। वैसे भी आज कल प्रदुषण और टेंशन के चलते लोगों का स्वास्थ कई बिमारियों से घिरा रहता है। और अब सभी योग एवं मैडिटेशन की तरफ पलायन कर रहे हैं जिससे कि बिमारियों को दूर रखा जा सके।

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जीवन में हम हमेशा सोचते हैं कि कुछ अच्छा हो या हम कुछ अलग करें। लेकिन हमारा मन एक जगह केन्द्रित नहीं होता और यही वजह है कि हमें अपने मन मर्जी की चीज़ें प्राप्त नहीं होती। माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन के द्वारा केंद्र बिंदु एक दिशा में सोचने के लिए सक्षम होता है एवं सकारात्मक उर्जा का प्रवाह भी होता है इसलिए माइंड एंड बॉडी एक्सरसाइजेज एवं माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन को नियमित रूप से करना चाहिए और अपने जीवन को स्वस्थ बनाने का प्रयास करना चाहिए।

माइंड एंड बॉडी

आज के समय के भागदौड वाले जीवन में सभी चाहते हैं कि जीवन में शांति और सुकून हो। इसके लिए लोग मैडिटेशन करते हैं योग करते हैं। और यह सही तरीका भी है क्योंकि इनके द्वारा शरीर और दिमाग में एक सुकून का प्रवाह होता है जिसकी व्यक्ति को तलाश होती है। इसलिए माइंड एंड बॉडी
एक्सरसाइजेज और माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन के लिए समय निकलना चाहिए। जिसके जरिये कई बिमारियों से एवं कई प्रकार की परेशानियों से दूर रहा जा सकता है। मानव जीवन में कई प्रकार की कठिनाइयाँ आती हैं जिन्हें मानव को शांति और समझ के साथ सुलझाना होता है एवं मैडिटेशन के द्वारा हर परेशानी को आसान तरीके से सुलझाने की सूझबूझ आती है।

इसलिए माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन का बहुत अधिक महत्व है और इसका महत्व हमेशा रहेगा। इनके जरिये शरीर की हर परेशानी और दिमाग की हर परेशानी को दूर किया जा सकता है। इसलिए थोडा समय स्वयं के लिए निकालें और अपने शरीर और दिमाग को स्फूर्ति दें।

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