माइंड एंड बॉडी में संबंध

by Darshana Bhawsar
माइंड एंड बॉडी

शरीर के सभी भाग एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और शरीर का सबसे जरुरी भाग है मष्तिष्क। अगर देखा जाये तो माइंड एंड बॉडी में संबंध बहुत अटूट है क्योंकि पूरा शरीर माइंड के दिए हुए अनुदेशों पर चलता है। माइंड की हर एक अनुदेश पर बॉडी प्रतिक्रिया देती है। तो यह कह सकते हैं कि माइंड एंड बॉडी वर्क्स भी साथ-साथ ही करते हैं न कोई आगे न कोई पीछे। माइंड एंड बॉडी वर्क्स साथ में होना अधिक जरुरी है जो स्वस्थ शरीर की पहचान होते हैं अगर माइंड के अनुदेश पर बॉडी कार्य नहीं करती मतलब यहाँ कुछ समस्या अवश्य है।

जो लोग कोमा का शिकार होते हैं उनका शरीर और दिमाग साथ में कार्य नहीं करते उनका शरीर माइंड के अनुदेशों का पालन ही नहीं कर पाता। माइंड एंड बॉडी वर्क्स साथ में होना बहुत जरुरी है एवं इसके लिए व्यायाम बहुत जरुरी होता हैं जिससे दोनों ही सही तरीके से अपना कार्य कर सकें।

इसके लिए प्रतिदिन इन नियमों का पालन करना चाहिए:

माइंड एंड बॉडी

रोज सुबह जल्दी उठना:

सुबह जल्दी उठना शरीर और दिमाग दोनों के लिए ही फायदेमंद है। इसलिए रोज सुबह जल्दी उठना आपके माइंड एंड बॉडी में संबंध को सुचारू रूप से बनाये रखता है। सुबह उठने को अपने आदत बना लेना चाहिए।

सुबह पैदल चलना या व्यायाम:

सुबह उठना ही शरीर और दिमाग के लिए काफी नहीं होता। अगर माइंड एंड बॉडी में संबंध को परस्पर रखना है तो उसके लिए व्यायाम या टहलना जरुरी होता है। खुली हवा दिमाग और शरीर दोनों के लिए ही बहुत उपयोगी है। इसलिए सुबह उठकर खुली हवा में टहले या व्यायाम करें।

मैडिटेशन और योग:

मैडिटेशन दिमाग और योग शरीर के लिए काफी उपयोगी माने गए हैं। अगर मैडिटेशन और योग को रोज सुबह किया जाये तो माइंड एंड बॉडी वर्क्स सही तरीके से होगा। मैडिटेशन दिमाग में शांति और व्यव्हार में शालीनता को प्रवाहित करता है। वहीँ योग से शरीर को स्वस्थ एवं तंदरुस्त रखने में सहायता मिलती है। इसलिए इन दोनों का तालमेल जीवन में होना बहुत जरुरी है। इन सब तरीकों से एक अच्छा एवं स्वस्थ जीवन निर्वाह किया जा सकता है एवं इन्हें जीवन में उतरना अत्यंत आवश्यक है।