फलों के राजा आम के सेवन के अतुल्य लाभ

by Dr. Himani Singh
आम

हम सभी जानते है कि आम को फलो का राजा कहा जाता है, क्योकि यह अनेक प्रकार के पोषक तत्वों से भरा होता है। आम में लगभग 20 से भी अधिक मिनिरल्स और विटामिन्स पाए जाते है। आम एक कम वसा, कम कैलोरी, विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों, विशेष रूप से विटामिन ए, विटामिन सी, आहार फाइबर, कोलेस्ट्रॉल मुक्त और एंटीऑक्सीडेंट यौगिकों का स्रोत हैं। यदि आपके आहार में नियमित रूप से इन पोषक तत्वों के समृद्ध स्रोत शामिल
होते हैं, तो आपको कई गंभीर बिमारियों से बचने में मदद मिलती है।

आइए जानते है कि फलों के राजा आम के खाने से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में :

आम

1. एक कप कटा हुआ आम का सेवन  विटामिन ए  की लगभग 25 प्रतिशत दैनिक  आपूर्ति करता है, जो अच्छी दृष्टि को बढ़ावा देता है और रतौंधी और आंखों को सूखने से भी रोकता है।

2. आम पॉलीफेनोल्स प्लांट यौगिकों से भरपूर होता है ,जो एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे मुक्त कणों से होने वाली क्षति से आपकी कोशिकाओं की रक्षा करते हैं। मुक्त कण अत्यधिक प्रतिक्रियाशील यौगिक हैं जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को बांध सकते हैं और नुकसान पहुंचा सकते हैं। मैंगिफ़रिन, पॉलीफेनोल्स का सबसे अच्छा उदाहरण माना जाता है, इसे  “सुपर एंटीऑक्सिडेंट” भी कहा जाता है। अतः आम का सेवन  कैंसर, मधुमेह और अन्य बीमारियों से लड़ने में लाभकारी होता है।

3. आम में ऐसे एंजाइम होते हैं जो प्रोटीन के टूटने और पाचन में सहायता करते हैं। साथ ही इनमें फाइबर भी होता है, जो पाचन क्रिया को कुशलता से काम करने में सहायता करते हैं। उचित फाइबर का सेवन  हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करता है। हरे आम में पके आम की तुलना में अधिक पेक्टिन फाइबर पाया जाता है।

4. आम में विटामिन ई की मात्रा उचित रूप से पाई जाती है जो पुरुषों में स्पर्म काउंट को बड़ाने के लिए जिम्मेदार मानी जाती है । अस्ट्रेलियन अध्ययन से पता चला है कि विटामिन ई और बिटा कैरोटिन की मदद से स्पर्म काउंट को बढ़ाया जा सकता है। इन दोनों की मदद से स्पर्म को डैमज होने से भी बचाया जा सकता है।

5. आम के पत्ते खून में इंसुलिन के स्तर को सामान्य करके डयबिटीज के रोगियों को लाभ पहुचाते हैं। घरेलू उपचार  के  रूप में  आम के पत्तों को पानी में उबालकर रात भर रखने के बाद सुबह छानकर पीने से इंसुलिन के स्तर में सुधार होता है। साथ ही आम के फल में भी कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (41-60) होता है, जिससे बहुत अधिक मात्रा  में आपके शर्करा के स्तर में वृद्धि नहीं होती है।