क्यों जरूरी है स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना

by Dr. Himani Singh
स्ट्रेचिंग

हर कोई जानता है कि स्वस्थ रहने के लिए व्यायाम करना जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, परन्तु क्या आप जानते हैं कि व्यायाम के साथ -साथ स्ट्रेचिंग भी उतनी ही जरुरी होती है। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करने के कई फायदे हैं। स्ट्रेचिंग न केवल आपके शरीर को लचीला बनाती है बल्कि यह आपके शरीर की हर मुद्रा को बेहतर करती है साथ ही शरीर के तनाव और दर्द को भी भी कम करती है। स्ट्रेचिंग किसी भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है अतः चाहे आप व्यायाम करें या न करें स्ट्रेचिंग आपकी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए। स्ट्रेचिंग करने के लिए यदि आपके पास अधिक समय नहीं है तो भी कम समय में की गयी स्ट्रेचिंग आपको बहुत अधिक लाभ प्रदान कर सकती है। कई अध्ययन स्ट्रेचिंग के विभिन्न प्रकारों के लघु और दीर्घकालिक लाभों का समर्थन करते हैं।

स्ट्रेचिंग करने से शरीर को होने वाले लाभ :

 बेहतर रक्त परिसंचरण:

स्ट्रेचिंग करने से आपकी मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह बढ़ता है और रक्त प्रवाह बढ़ने के कारण शरीर की कोशिकाओं का विकास भलीभांति होने से शरीर के सभी अंग सही प्रकार से काम करते हैं। आपकी मांसपेशियों में रक्त प्रवाह तेजी से होने के कारण मांसपेशियों के रक्त को उचित पोषण प्राप्त होगा जिसके कारण मांसपेशियों के ऊतकों को अपशिष्ट उत्पादों से छुटकारा मिलता है। साथ ही बेहतर रक्त परिसंचरण मांसपेशियों की चोट से भी छुटकारा दिलाने में भी लाभकारी सिद्ध होता है।

 बेहतर मुद्रा प्रदान करता है :

स्ट्रेचिंग

स्ट्रेचिंग आपकी मांसपेशियों को चुस्त रखने में मदद प्रदान करती है, जिससे आप अपने शरीर को उचित मुद्रा प्रदान कर सकते हैं। अच्छा आसन आपके शरीर में होने वाली असुविधा को कम करता है और दर्द एवं पीड़ा को भी कम करता है।

 शरीर के लचीलेपन को बढ़ाती है :

स्ट्रेचिंग का सबसे महत्वपूर्ण लाभ शरीर में लचीलापन हासिल करना होता है। अनुबंधित और संकुचित मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग से मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही स्ट्रेचिंग करने से शरीर में लचीलेपन के कारण न केवल रोजमर्रा की गतिविधियों को करने में आसानी होती है, बल्कि उम्र बढ़ने के साथ जो शरीर की गतिशीलता में गिरावट आती है उसको भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।

 दर्द और कठोरता में कमी :

मांसपेशियों में होने वाला तनाव पूरे शरीर में बेचैनी बढ़ा सकता है। कई अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करने से मांसपेशियों की कठोरता और दर्द के स्तर को कम करने में मदद मिलती है (विशेषकर जो लोग पुरानी गर्दन या पीठ दर्द से जूझ रहे हों)। साथ ही स्ट्रेचिंग मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन की को भी कम करती है। स्ट्रेचिंग को अपनाने से शरीर में लचीलापन आता है जिसके कारण, शरीर के चोटग्रस्त होने की कम सम्भावना होती है।

 कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है :

जो लोग नियमित स्ट्रेचिंग को अपनी दिनचर्या में अपनाते हैं और साथ ही स्वस्थ आहार खाते हैं, देखा गया है उनको अपना कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में बहुत मदद मिलती हैं। जिसके कारण अनेकों प्रकार के हृदय रोगों से बचने में सहायता मिलती है।