गुर्दे की पथरी क्या है और इसका क्या कारण है

by Dr. Himani Singh
गुर्दे की पथरी

गुर्दे की पथरी खनिजों और लवणों से बना कठोर और ठोस  द्रव्यमान होता है जो  आमतौर पर  गुर्दे में बनती है। हमारे  शरीर में गुर्दों का काम  रक्त से अपशिष्ट को फ़िल्टर करके मूत्र बनाना हैं। कभी-कभी, मूत्र में उपस्थित  लवण और अन्य खनिज छोटे गुर्दे में  एक साथ चिपक कर पथरी के रूप में सामने आते है। ये क्रिस्टल के आकार के होते हैं परन्तु जब तक  हमारे शरीर  में इनके द्वारा कोई रुकावट  या तकलीफ नहीं महसूस होती तब तक इनका  पता भी नहीं चलता है। ये  तीव्र दर्द का कारण बन सकते हैं क्योकि ये क्रिस्टल फॉर्म की पथरी कई बार गुर्दे से  निकल कर मूत्रवाहिनी में पहुंच जाती है जो मूत्र करने के दौरान तेज दर्द का कारण बन सकती है।

इसे भी पढ़ें: किस प्रकार से करें पद्मासन योग

किडनी स्‍टोन के शुरुआती लक्षण:

प्रत्येक 20 में से एक व्यक्ति कभी न कभी  अपने जीवन काल में एक बार गुर्दे की पथरी जैसे समस्या से जूझ सकता है। गुर्दे की पथरी होने पर व्यक्ति को  पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द हो सकता है, जो कई बार कुछ मिनटो या कई बार कुछ घंटो तक बना रह सकता है। ऐसी अवस्था में तेज  दर्द के साथ मन का मचलाना और  उल्टी  आने जैसी समस्यां  भी हो सकती है। कई बार पथरी होने पर बुखार आना,पसीना आना, पेशाब करने पर  तेज दर्द अनुभव करना जैसे लक्षण हो सकते हैं कई बार पथरी का आकर बढ़ने पर मूत्र में रक्त भी आ सकता है।

गुर्दे की पथरी

गुर्दे की पथरी का कारण :

1.गुर्दे की पथरी के सबसे सामान्य प्रकार में कैल्शियम का ऑक्सालेट या फॉस्फेट के साथ जमा हो जाना माना जाता है। इसके आलावा मूत्र पथ में पथरी का कारण बनने वाले अन्य रासायनिक यौगिकों में यूरिक एसिड, मैग्नीशियम, अमोनियम फॉस्फेट, अमीनो एसिड और सिस्टीन शामिल हैं।

2. पथरी के निर्माण के प्रुमख कारणों में से एक निर्जलीकरण माना जाता है।  शरीर में पानी की कमी गुर्दे में पथरी को जन्म देती है। ऐसी समस्याः आमतौर पर उन व्यक्तियों में पाई जाती है  जो दिन भर  में कम से कम आठ से दस गिलास से भी   कम पानी पीते हैं।

3. गुर्दे की पथरी का एक अन्य कारण मूत्र का बहुत अधिक अम्लीय होना भी हो सकता है। रेड मीट और शेलफिश का बहुत अधिक सेवन आपके शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ा सकता हैं और बढ़ा हुआ यूरिक एसिड आपके  जोड़ों में इकट्ठा हो जाता है और गाउट या फिर गुर्दे में पथरी का  कारण बन सकता है। कई मालों में देखा गया है कि  पशु प्रोटीन मूत्र में  कैल्शियम के  स्तर को  बढ़ा  देता  है  और सीट्रेट  के स्तर  को कम करता है,ये दोनों ही स्थितियां पथरी को बढ़ाने में योगदान देती हैं।

इसे भी पढ़ें: इन आसन की मदद से करें अपने मेटाबॉलिज्म को संतुलित

4. यदि आप मोटे हैं तो आपको गुर्दे की पथरी होने की संभावना लगभग दोगुनी बढ़ जाती है। अतः अपनी दिनचर्या में व्यायाम को अपनाकर  आप मोटापे को बढ़ने से रोक सकते हैं।

5. यदि आपका रक्त चाप ऊँचा रहता है तो ऐसे में भी पथरी होने की सम्भाना रहती है ।

6. आपके खानपान में यदि प्रोटीन और सोडियम की मात्रा अधिक और  कैल्शियम की मात्रा कम है तो यह भी पथरी को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है ।