गर्मी के मौसम में घातक हो सकती हैं ये बीमारियां

by Dr. Himani Singh
Summer season

जैसे ही गर्मी का मौसम शुरू होता है उसके साथ अनेकों बिमारियों का सिलसिला भी शुरू हो जाता है। गर्मी में लू, पानी की कमी या डिहाइड्रेशन, बुखार या पेट की बीमारियां जैसी समस्याएं होने की बहुत अधिक संभावनाएं बढ़ जाती हैं। कुछ बीमारियां तो सामान्य होती हैं जिनका इलाज आसानी से हो जाता है, जबकि कुछ बीमारियां गंभीर  रूप ले लेती हैं और यदि इन बिमारियों का सही समय पर इलाज न हो तो यह हमारे लिए काफी घातक भी हो सकती हैं।

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आइये, जानते है गर्मी के मौसम में कौन-कौन  सी बीमारी होने का खतरा अधिक रहता है, ताकि सतर्क रहकर, अपने आपको इन संक्रमणों से सुरक्षित रखा जाए :

  • पीलिया: गर्मियों में पीलिया होने की सम्भावना अधिक हो जाती है, पीलिया दूषित पानी या खाना खाने से होता है। इस रोग से ग्रषित रोगी की आंखे व नाखून पीले हो जाते हैं और पेशाब भी पीले रंग की आने लगती है। इस रोग से अपने आपको बचाने के लिए गर्मियों के दिन में,  अपने खाने पीने का ध्यान रखना चाहिए, जितना हो सकें बाहर के खाने पीने  से बचना चाहिए पानी हमेशा उबाल कर या फ़िल्टर पानी पीना चाहिए।
  • सनबर्न: पराबैंगनी विकिरण के ओवर एक्सप्रेशन की वजह से त्वचा पर जलन के कारण सनबर्न जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। अतः अधिक समय तक सूरज के संपर्क में रहना स्वास्थ्य दृस्टि  से ठीक नहीं होता है। जिन लोगों में मेलेनिन उत्पादन का स्तर कम होता है उन्हें त्वचा कैंसर होने का भी  खतरा हो सकता है। सनबर्न में त्वचा लाल, सूखी, खुजलीदार और रूखी हो जाती है। सनबर्न से बचाव के लिए एसपीएफ 30 या उससे अधिक मात्रा वाला सनस्क्रीन लगाना और अपनी त्वचा की नमी को बरकरार रखना आवश्यक होता है।
  • हीट स्ट्रोक : यदि गर्मी के दिनों में, आपको सिरदर्द, त्वचा का सूखना, ऐंठन, कमजोरी, उल्टी होना , हृदय गति में तेजी या साँस लेने में परेशानी होने का अनुभव होता है, तो सम्भवता आप हीट स्ट्रोक से पीड़ित हों सकते हैं। हीट स्ट्रोक का पहला संकेत चक्कर आना है जिसमें आमतौर पर  मतली, दौरे आदि की समस्या हो सकती है, लेकिन जब यह गंभीर हो जाता है, तो यह  कोमा की स्थितिमें बदल जाता है। हीट स्ट्रोक से बचने के लिए डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि गर्मी के उपयुक्त कपडे पहने तथा कोशिश  करें की ठन्डे वातावरण में रहें।

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रिपोर्ट: डॉ.हिमानी