इतने लोग हुए जीका वायरस के शिकार, बचाव का एक यही है तरीका

by Mahima
zika virus

जीका वायरस जिसने लोगों को परेशान करके रखा हुआ है। यह वायरस मच्छर से फैलने वाला रोग है। जीका वायरस एंडीज इजिप्टी नामक मच्छर से फैलता है। यह वही मच्‍छर है जो पीला बुख़ार, डेंगू और चिकुनगुनिया जैसे विषाणुओं को फैलाने के लिए जिम्मेदार होती हैं। संक्रमित मां से यह नवजात में फैलती है।

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स, शिशु के लिए किस हद तक सुरक्षित है ?

यह ब्लड ट्रांसफ्यूजन और यौन सम्बन्धों से भी फैलती है। हालांकि, अब तक यौन सम्बन्धों से इस विषाणु के प्रसार का केवल एक ही मामला सामने आया है। जीका को पहचानना बहुत मुश्किल है क्योंकि इसके कोई विशेष लक्षण नहीं हैं। लेकिन मच्छरों के काटने के तीन से बारह दिनों के बीच चार में से तीन व्यक्तियों में तेज बुखार, रैशेज, सिर दर्द और जोड़ों में दर्द के लक्षण देखे गये हैं।

इसे भी पढ़ें: बदलते मौसम में कैसे रखें अपने शिशु का ध्यान, पढ़ें यहां

बचाव ही है बेहतर उपाय

इसकी रोकथाम के लिये अब तक दवाई नहीं बनी और न ही इसके उपचार का कोई सटीक तरीका सामने आया है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे अप्रत्याशित बताया और कहा कि विज्ञान ने अभी इसे रोकने में सफलता हासिल नहीं की है। इसलिए बचना ही बेहतर है। अमेरिका की सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल के अनुसार समूचे विश्व में इस तरह के मच्छरों के पाये जाने के कारण इस विषाणु का प्रसार दूसरे देशों में भी हो सकता है। भारत भी इससे अछूता नहीं रह सकता।

इसे भी पढ़ें: गर्भावस्था के शुरूआती तीन महीनों में किन बातों का रखें ध्यान

इतने लोग हुए शिकार

इस वायरस ने उत्तर भारत के राज्य राजस्थान में अपनी गहरी पकड़ बना ली है। एक या दो नहीं बल्कि पूरे 135 लोग इस रोग की चपेट में आ चुके हैं। अधिकारियों ने हाल ही में यह जानकारी दी है कि 135 लोग अबतक इस बीमारी के शिकार हो चुके हैं।

इसे भी पढ़ें: गर्भावस्था के शुरूआती तीन महीनों में किन खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें