जननांग दाद (हरपीज संक्रमण) से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :

by Dr. Himani Singh
जननांग दाद

हरपीज एक वायरस का समूह है जो दर्दनाक फफोले और घावों का कारण बन सकता है। हरपीज ज़ोस्टर वायरस चिकनपॉक्स और दाद का कारण बनता है जबकि हरपीज सिंप्लेक्स वायरस (एचएसवी) टाइप 1, मुंह के चारों ओर होने वाले ठन्डे घावों या  बुखार से  पड़ने वाले फफोलों  का कारण बनता है और टाइप 2 – जननांगों (यौन अंगों) पर होने वाले घावों  का कारण होता है।

जननांग दाद

आइये जानते हैं हरपीज सिंप्लेक्स वायरस किस प्रकार हमको प्रभावित करता है :

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1.जननांग दाद एक यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के रूप में जाना जाता है जो संक्रमित घावों, छाले, अल्सर या त्वचा पर किसी कट  का कारण बन सकता है।

2. यह संक्रमण हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के कारण होता है यह संक्रमण व्यक्ति में कोई लक्षण न दिखने पर भी पारित हो  सकता है।

3. जननांग दाद के शुरुआती लक्षण और संकेत किसी व्यक्ति में संक्रमित व्यक्ति द्वारा त्वचा से त्वचा के संपर्क में आने से कम से कम  3 से 7 दिनों के अंदर उत्पन्न हो सकता है। इन 3 से 7 दिन के समय को इन्क्यूबेशन पीरियड के नाम से जाना जाता है।

4. जननांग दाद के संक्रमण जननांगों पर छोटे- छोटे फफोले या अल्सर के रूप में दिखते हैं। अधिकांशतः ये छाले या अल्सर आमतौर पर आकार में 1 से 3 मिलीमीटर  के दिखते हैं।

5. आमतौर पर, जननांग दाद के संक्रमण में पहले फफोले बनते हैं और फिर अगर ये कुछ दिन में सही नहीं हुए तो यह अल्सर में बदल जाते हैं।

6. हरपीज संक्रमण अधिकाशतः दर्द रहित होते हैं। कुछ लोगों में यह  दर्दनाक भी हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर 2-3 सप्ताह के भीतर  सही  हो जाते हैं।

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7. एचएसवी वायरस आपके शरीर में निष्क्रिय अवस्था में रहते हैं और दाद के प्रकोप को बढ़ाते हैं।

8. एक बार हरपीज के संक्रमण से ग्रषित होने पर इसका कोई इलाज नहीं है परन्तु इसके होने पर इसकी बेचैनी को कम करने और फैलने से बचने के लिए कुछ उपायों  को अपनाया  जा सकता है।

9. जिन लोगो की प्रतिरक्षा प्रणाली  कमजोर है या फिर जो लोग एचआईवी से ग्रषित है ऐसे लोग इस संक्रमण का अनुभव लंबे समय तक  कर सकते हैं साथ ही ऐसे लोगो को और अधिक गंभीर छाले हो सकते हैं।

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10. यदि एक गर्भवती महिला जननांग दाद से ग्रषित है या प्रसव के समय या उसके आस पास महिला एक सक्रिय जननांग हर्पीज संक्रमण से ग्रषित है, तो यह संक्रमण आप अपने होने वाले शिशु में स्थान्तरित कर सकती हैं। क्योकि प्रसव के दौरान शिशु जब बर्थ  कैनाल  से गुजरता है, तो ऐसे में नवजात  घावों के संपर्क में आ सकता है और वायरस से संक्रमित हो सकता है। इससे मस्तिष्क क्षति, अंधापन या यहां तक कि नवजात शिशुओं कि  मृत्यु तक भी हो सकती है। ऐसे में यदि आप गर्भावस्था के समय जननांग दाद से संक्रमित है तो अपने डॉक्टर को बताना न भूलें।