स्वस्थ सेहत का राज है माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन

by Darshana Bhawsar
स्वस्थ सेहत

आज के समय में लोग ऑफिस और घर के बीच इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनको अपनी सेहत की तरफ देखने का समय ही नहीं मिलता। कई जिम्मेदारियों के चलते लोग चाहते हुए भी जिम या व्यायाम जैसी क्रियाएं नहीं कर पाते। लेकिन अच्छी सेहत के लिए माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन एवं माइंड एंड बॉडी जिम बहुत जरुरी है। क्योंकि अगर आप स्वस्थ रहेंगे तो आप ज्यादा कार्य कर पाएंगे एवं ख़ुशी और स्फूर्ति महसूस करेंगे।

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इसलिए अपने जीवन में ख़ुशी और परिवर्तन लाने के लिए अपनी दिनचर्या में भी थोडा परिवर्तन लायें। माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन एवं माइंड एंड बॉडी जिम को अपनाएं। इससे आपके स्वस्थ में बदलाब आएगा और आपको एक अलग प्रकार की ख़ुशी का अनुभव होगा। सुस्ती दूर होगी एवं हर कार्य को आप जागरूक तरीके से कर पाएंगे। माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन से आप तुरंत परिवर्तन देख सकते हैं इससे आपके सोचने के तरीके में भी बदलाब आएगा एवं माइंड एंड बॉडी जिम से तरावट का अनुभव होगा।

माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन

आज के समय में माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन के लिए समय निकालना थोडा मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं है। ज्यादा नहीं तो कम से कम 30 मिनिट से लेकर 1 घंटे का समय तो आपको माइंड एंड बॉडी जिम और मैडिटेशन के लिए निकलना चाहिए। ये वह चीज़ें हैं जो आपको लम्बे समय तक स्वस्थ रखेंगी। कोई दवा इनका मुकाबला नहीं कर सकती। दवाएं तो कुछ समय के लिए आराम दे सकती हैं लेकिन लम्बे समय के लिए अच्छी सेहत सिर्फ माइंड एंड बॉडी मैडिटेशन एवं माइंड एंड बॉडी जिम ही देने में सक्षम है।

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अपनी दिनचर्या में बदलाब लेन में समय लगना स्वाभाविक है लेकिन मुश्किल नहीं है न ही नामुमकिन है। इसलिए व्यायाम, मैडिटेशन, जिम, सुबह की सेर, अच्छा खान-पान इन सभी को अपने जीवन में नियमित रूप से उतारें। जीवन को ऐसे ही सफल बनाया जा सकता है और शरीर एवं मस्तिष्क के मध्य परस्पर अच्छे संबंध स्थापित किये जा सकते हैं। बाहरी ख़ुशी से ज्यादा अंदरूनी ख़ुशी का होना आवश्यक है। अगर आप अन्दर से खुश हैं तो आप स्वस्थ हैं आपका आत्मविश्वास मजबूत है। और ये सब संभव है मैडिटेशन और योग से।