कैसे असर करती हैं माइंड एंड बॉडी मेडिसिन?

by Darshana Bhawsar
माइंड एंड बॉडी मेडिसिन

माइंड एंड बॉडी मेडिसिन क्या है? ये कैसे असर करती हैं और क्या ये माइंड और बॉडी के लिए सही हैं? इस सवाल पर कई प्रकार की प्रतिक्रिया देखने को मिलती हैं कुछ लोग कहते हैं ये शरीर के लिए सही नहीं है कुछ कहते हैं कि सही हैं। लेकिन अगर इसका शोध किया जाये तो कोई भी ऐसी दवा जो व्यक्ति के  हार्मोन्स को परिवर्तित करे और बहुत जल्दी परिवर्तित करे वो शरीर और दिमाग दोनों के लिए ही सही नहीं है। इलाज को इससे दूर रखा जाये तो यह दवाएं शरीर और दिमाग दोनों के लिए हानिकारक हैं। माइंड एंड बॉडी मेडिसिन जितने जल्दी असर करती हैं उतने ही जल्दी विपरीत असर भी करती हैं।

अगर माइंड एंड बॉडी थेरेपी की बात की जाये तो ये जरूर शरीर और दिमाग के लिए अच्छी होती हैं इनसे दिमाग शांत होता है शरीर में स्फूर्ति आती हैं। कई प्रकार की थेरेपी होती हैं जो माइंड और बॉडी के लिए की जाती हैं जिनसे इनका संतुलन बना रहे और ये परस्पर कार्य करती रहे। यहाँ कुछ थेरेपी हैं जो माइंड एंड बॉडी मेडिसिन लेने से आपको रोकेंगी जैसे नेचुरल थेरेपी, फॉरेस्ट थेरेपी जो आज कल बहुत चलन में है, टॉक थेरेपी इसे साइकोथेरेपी भी कहा जाता है इत्यादि और इसके साथ मैडिटेशन और योग तो हैं ही।

माइंड एंड बॉडी मेडिसिन

यह थेरेपी मानसिक संतुलन और शारीरिक संतुलन के लिए तो अच्छी हैं ही साथ ही ये कई और बिमारियों से भी रहत दिलाती हैं। जैसे मधुमेह को नियंत्रित करना, मोटापा कम करना इत्यादि। फारेस्ट थेरेपी अभी बहुत चलन में है एवं इसको अपनाने से माइंड एंड बॉडी मेडिसिन की जरुरत समाप्त हो जाती है।

माइंड एंड बॉडी मेडिसिन को बहुत ही कम उपयोग करना चाहिए इसकी जगह आपको माइंड एंड बॉडी थेरेपी का प्रयोग करना चाहिए जो जीवन को सुगम और सरल बनाती है। कई बड़ी-बड़ी बिमारियों को भी थेरेपी से ठीक किया गया है और अब तो कई प्रकार की थेरपी हैं जो काफी असरकार हैं एवं जिनके कोई विपरीत परिणाम भी नहीं है। मेडिसिन की जगह अगर थेरेपी अपनाई जाये तो यह फायदेमंद साबित होती है। एवं दिमाग और शरीर को शांत रखने में कारगर सिद्ध होती है।