यदि स्वस्थ शिशु को देना चाहती हैं जन्म तो गर्भावस्था के दौरान ना करें शराब का सेवन

by Mahima
no alcohol during pregnancy

शराब का सेवन हमेशा ही स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा असर डालता है। हर रोज शराब पीने से कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। कुछ शोध बताते हैं कि कम मात्रा में या फिर कभी-कभी शराब पीना नुकसानदेह नहीं है। कम मात्रा में शराब पीने का मतलब सप्ताह में एक या दो बार  या फिर 10 से 20 मि.ली. तक शराब पीने से है। मगर वास्तव में, चाहे आप कितनी भी कम शराब पीएं, यह आपकी रक्त नलिकाओं के जरिये आपके शिशु तक पहुंचती ही है। इसलिए, सुरक्षा के लिहाज से बहुत सी डॉक्टरी संस्थाओं और स्वास्थ्य संगठनों का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन बिल्कुल न करना ही सबसे सुरक्षित है।

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आइये जानते है कि गर्भावस्‍था के दौरान ज्‍यादा शराब पीने से बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ता है :

वजन कम होने कि सम्भावना: गर्भावस्‍था के समय अगर माँ अधिक शराब का सेवन करती है तो उसके होने बाले बच्‍चे का वजन कम होने कि संभावना बढ़ जाती है। ब्रिटेन के ब्राडफोर्ड में 11 हजार माताओं को इस खोज में शामिल किया गया और रिसर्च के आधार पर यह बात सामने आई कि गर्भावस्‍था के दूसरे और तीसरे महीने में अधिक शराब पीने से बच्‍चे की लंबाई पर बुरा प्रभाव पड़ता है, और शिशु का  वजन सामान्‍य बच्‍चों से कम हो सकता है।

भ्रूण के विकास में बाधा: ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार यह बात सामने आई है कि गर्भावस्‍था के दौरान थोड़ा सा भी शराब का सेवन भ्रूण के विकास में बाधा पैदा कर सकता है। इस शोध के अनुसार गर्भावस्‍था के पहले तीन महीनो में भी शराब का सेवन नुकसानदे‍ह होता है।

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गर्भपात का खतरा: गर्भावस्‍था में शराब के सेवन से गर्भपात होने कि सम्भावना बढ़ जाती है। कई शोधो से यह स्‍पष्‍ट हो चुका है कि जो महिलाये प्रेग्‍नेंसी के दौरान शराब का सेवन करती है उनके बच्चो में बड़े होकर किसी नयी चीज को सीखने, मंच पर जाकर बोलने और किसी चीज पर सही से ध्‍यान केंद्रित करने में दिक्‍कत होती है।

रिपोर्ट: डॉ.हिमानी