योग से बनाये सेहत और रहे स्वस्थ

by Darshana Bhawsar
yoga

योग और योग शास्त्र ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें अपनाने से पहले समझना बहुत जरुरी है। जब तक इन्हें पूर्ण रूप से न समझा जाये तब तक योग का महत्व नहीं समझ आएगा। योग एक ऐसा आध्यात्मिक शास्त्र है जिसके द्वारा मनुष्य का शरीर, आत्मा और मन एक साथ एकत्रित हो जाते हैं और कार्य करते हैं।

योग शास्त्र:

योग शास्त्र कोई किताब नहीं है। इसे एक प्रकार का अध्यात्म कहा जा सकता है जो समझा जाता है। इसके बाद जीवन में आसानी से उतारना संभव है। योग के द्वारा इंसान अपने शरीर और अपने मष्तिष्क का विशेष प्रकार से ध्यान रख सकता है। क्योंकि शरीर और मष्तिष्क के सभी विकार योग शास्त्र के द्वारा दूर किये जा सकते हैं। ये सभी विकार दिमाग से दूर करना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यही कई बिमारियों का कारण होते हैं। योग के द्वारा इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है और इन्हें नष्ट भी किया जा सकता है। योग शास्त्र के कई सारे ऐसे पन्ने हैं जो जटिल से जटिल बिमारियों के लिए कारगार सिद्ध हुए हैं। योग के लिए कई किताबें लिखी गयी हैं। जिनसे योग को सीखना और समझना बहुत आसान हो जाता है।

meditation

चर्बी घटाने का सबसे आसान तरीका है योग

योग का महत्व:

योग का महत्व गिनती में नहीं बताया जा सकता। योग के महत्व अनगिनत है। योग के द्वारा हम अपने मन और आत्मा को नियंत्रित कर सकते हैं उन्हें आपस में जोड़ सकते हैं। योग से जुड़ने का मतलब है अपनी आत्मा से जुड़ना। किसी भी चीज़ को समझने के लिए मन को समझना बहुत ही आवश्यक होता है। तन, मन और आत्मा से मिलकर एक शरीर बनता है और इसकी अहमियत समझना बहुत ही जरुरी है, इसलिए ही कहा जाता है कि अगर योग किया जाये तो इन तीनों ही चीज़ों की अहमियत समझ आ जाएगी। और योग का मतलब भी समझ आ जायेगा।  योग शास्त्र से जुड़ने के फायदे अनगिनत हैं।  योग का महत्व समझने के लिए योग से जुड़ना बहुत आवश्यक है।

Halasana

कुछ विशेष योग हैं जिनको अगर प्रतिदिन किया जाये तो शरीर स्वस्थ्य रहेगा और मन शांत रहेगा। इनको करने के लिए आपको बहुत अधिक समय देने की आवश्यकता भी नहीं होगी। ये योग हैं:

योग एंड लाइफस्टाइल को जोडें और पाएँ स्वस्थ जीवन

1.सूर्य नमस्कार

2. शवासन

3. धनुषासन

4. प्राणायाम

इसे भी पढ़ें: डिलीवरी के बाद कैसे घटाएं अपना वजन

प्राणायाम के भी बहुत फायदे हैं जैसे-जैसे आप अपनी सांसों पर नियंत्रण करेंगे वैसे-वैसे आपका मन शांत और एकचित होगा। प्राणायाम और योग को प्रतिदिन करना चाहिए।