याददाश्त और हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद होता है उद्गीथ प्राणायाम

by Mahima
pranayama

उद्गीथ प्राणायाम पुराने समय से हमारे यहां प्रचलित है। इस प्राणायाम की खास बात यह है कि ये पूरे शरीर के साथ-साथ मन और मस्तिष्क को शांत रखता है। जिसके कारण हमारी बॉडी स्वस्थ रहती है। इस प्रणायाम को करते समय ॐ की ध्वनि का उच्चारण किया जाता है। इस प्राणायाम को करना बहुत आसान है इसलिए इसे कोई भी कर सकता है। आइए आपको बताते हैं उद्गीथ प्राणायाम को करने का सही तरीका और इसके फायदे।

इसे भी पढ़ें: ताड़ासन योग को करने का तरीका और सावधानियां

कैसे करें उद्गीथ प्राणायाम

  • इस प्राणायाम के लिए सबसे पहले चटाई पर पद्मासन या सुखासन की अवस्था में बैठ जाएं।
  • मन को शांत करने के लिए लंबी गहरी सांसे लें।
  • सांस को अन्दर और बाहर छोड़ने की प्रक्रिया लम्बी, धीरे व सूक्ष्म होनी चाहिए ।
  • सांसों को अंदर खींचें और धीरे-धीरे छोड़ते हुए ॐ का जाप करें।
  • ध्यान रखें कि जब आप ॐ का उच्चारण करें, तब आपका ध्यान सांसो पर केंद्रित होना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: ताड़ासन को अपनी दिनचर्या में शामिल करके पाएं इन स्वास्थ्य लाभों को:

हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद है ये प्राणायाम

उद्गीथ प्राणायाम हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप में लाभदायक होता है। सांसों के द्वारा जब आपके फेफड़ों में शुद्ध ऑक्सीजनयुक्त वायु जाती है, तो यही ऑक्सीजन ब्लड द्वारा शरीर के अंगों तक पहुंचता है। इसलिए ये पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है। ॐ के उच्चारण से शरीर में जो फ्रीक्वेंसी पैदा होती है, वो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए फायदेमंद है इसलिए इसका अभ्यास हाइपरटेँशन की समस्या से छुटकारा दिलाता है।

इसे भी पढ़ें: कारण जिनसे मैडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए

याददाश्त भी बढ़ाता है ये प्राणायाम

उद्गीथ प्राणायाम का अगर नियमित रूप से अभ्यास किया जाए तो यद्दाश्त को बढ़ाने में मदद मिलती है। यद्दाश्त का बढ़ना आपके ध्यान और मन की एकाग्रता पर निर्भय करता है। ध्यान करते समय जिस तरह जितना अधिक ध्यान होगा उस तरह विचार शक्ति उतनी बढ़ेगी।