… रहें सचेत इबोला वायरस से फैलने वाला संक्रामक हो सकता है आपके लिए घातक

by Mahima

नई दिल्ली। इबोला वायरस रोग (EVD) इबोला वायरस से फैलने वाला संक्रामक एवं घातक रोग है। इस वायरस के लक्षण  संपर्क में आने के दो से तीन सप्ताह मॆं शुरू हो जाते है, जिसके के कारण  बुखार, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती है। आम तौर पर मतली, उल्टी और डायरिया होने के साथ-साथ जिगर और गुर्दा का कामकाज धीमा हो जाता है। इस स्थिति में, कुछ लोगों को खून बहने की समस्या शुरू हो जाती है। यह संक्रामक वायरस मानव, बंदर, गोरिल्ला और चिंपैंजी में पाया जाता है। इससे संक्रमित होने के बाद लगभग 90% लोगों की मृत्यु हो जाती है। यह वायरस बहुत ही तेजी से स्वयं की रचना बदल सकने में सक्षम होता है, जो व्यक्ति के रक्त संचार प्रणाली पर प्रहार कर उसे क्षतिग्रस्त कर देता है। मेडिकल साइंस में इसे हेमरेजिक यानि रक्तस्त्राव वायरल बुखार के नाम से जाना जाता है। इस वायरस से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में कहीं से भी रक्त निकलने लगता है,जिससे व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

रिसर्च द्वारा यह बात साबित हुई है कि इबोला संक्रमित पुरुष के वीर्य में यह वायरस संक्रमण के कम से कम दो साल से अधिक समय तक रह सकता है। अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इबोला से पीड़ित पुरुषों के वीर्य में इस जानलेवा वायरस के आरएनए (RNA) की उपस्थिति देखी गयी है। यह जानकारी विशेष रुप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो इस बीमारी से प्रभावित पश्चिम अफ्रीका के क्षेत्रों से आ रहे हैं या वहां जा रहे हैं।

यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग

WHO का कहना है कि जिन लोगों का इबोला वायरस का इलाज हो चुका है, उन्हें सचेत रहने की जरुरत है क्योंकि लगभग तीन महीने तक यह वाइरस उनके वीर्य में रह सकता है WHO के अनुसार  यह वाइरस सेक्स के कारण फैल सकता है। अतः हस्तमैथुन के बाद भी व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ ही 3 महीने तक ओरल सेक्स के साथ अन्य सेक्स क्रियाओं से भी दूर रहना चाहिए या जब तक उस व्यक्ति के वीर्य का टेस्ट दो बार करने पर इबोला वायरस के आरएनए (RNA) का परिणाम निगेटिव न आये, तब तक यौन संबंध बनाते समय कंडोम का प्रयोग अवश्य करें।

रिपोर्ट: डॉ. हिमानी