हृदय रोग से बचने के आसान उपचार

by Darshana Bhawsar
heart

आज के समय में लोगों को कई प्रकार की बीमारियाँ हो रही हैं। और कई बीमारियाँ बहुत खतरनाक होती हैं जिनमें जान जाने का भी खतरा होता है। हृदय रोग और कैंसर जैसे रोगों में कई बार मरीज घबरा जाता है और वह यही सोचता है कि क्या ये बीमारी दूर हो सकती है? वैसे तो हर बीमारी का इलाज है लेकिन उसके लिए व्यक्ति को खुद की आदतों को सुधारना बहुत ही जरुरी होता है। अगर व्यक्ति ये आदतें सुधार ले तो भी वह कई बिमारियों से दूर हो जायेगा। किसी भी बीमारी के होने का कारण पता होना बहुत ही जरुरी होता है। अगर व्यक्ति किसी बीमारी का इलाज करना चाहता है तो उसे उस बीमारी का कारण सबसे पहले पता करना चाहिए इसके बात उसका इलाज करना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: सुबह नाश्ते में खाएं 1 सेब और 1 कटोरी ओट्स, दिल की बीमारियां रहेंगी दूर

हृदय रोग आज के समय की आम बीमारी है इसके कई कारण है जैसे मोटापा, शरीर में अत्यधिक वासा जमा होना, असंतुलित भोजन, व्यायाम न करना इत्यादि। अगर इन आदतों को सुधार लिया जाये तो इस प्रकार की परेशानी नहीं होंगी और शरीर स्वस्थ रहेगा। हृदय रोग जानलेवा हो सकते हैं इसलिए इनसे बचना चाहिए। हृदय रोग और कई अन्य बिमारियों से निजात के लिए योग को उम्दा माना गया है।

  • हृदय रोगों के कारण:
  • अत्यधिक मोटापा:

शरीर में अत्यधिक वसा या अत्यधिक मोटापा हृदय रोग का कारण होते हैं। मोटापे के कारण हृदय की धमनियों में सही प्रकार से रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाते जिसकी वजह से हृदय सही प्रकार से पंप नहीं कर पाता। और इसी वजह से हार्ट अटैक की सम्भावना बनती है। अत्यधिक मोटापा कई बिमारियों की वजह होती है इसलिए मोटापे को कम करने के लिए व्यायाम करना चाहिए और अपने भोजन पर भी नियंत्रण करना चाहिए।

  • धूम्रपान:
heart

आज के समय में धूम्रपान को स्टैण्डर्ड माना जाने लगा है और बड़े शहरों में बड़ी कंपनी में सभी लोग धूम्रपान करते हैं। धूम्रपान आज के समय में बहुत आम बात हो गयी है। लेकिन इसके कारण कई बीमारियाँ हो सकती हैं जैसे किडनी की बीमारी जिसका सम्बन्ध भी हृदय से होता है, हृदय रोग, कैंसर इत्यादि। ये ऐसी बीमारियाँ हैं जिनसे व्यक्ति की जान भी जा सकती है। इसलिए हृदय रोगों और कई अन्य रोगों से बचने के लिए धूम्रपान नहीं करना चाहिए।

  • शराब पीना:

जैसा कि हमने देखा धूम्रपान को एक स्टैण्डर्ड माना जाने लगा है वैसे ही शराब पीना भी बहुत आम बात हो गयी है। बड़े शहरों में लड़के हों या लडकियाँ खुले आम शराब पीते हैं। लेकिन अत्यधिक शराब पीना शरीर के लिए बहुत ही अधिक नुकसानदायक है। इसलिए शराब नहीं पीना चाहिए। अगर आपको हृदय रोग से बचना है तो शराब से दूर रहे।

  • अत्यधिक तनाव:

जैसे मोटापा कई बिमारियों की वजह है वैसे ही तनाव से भी कई बीमारियाँ होती हैं। तनाव से व्यक्ति का मानसिक एवं शारीरिक संतुलन बिगड़ने लगता है। और कहते हैं कई व्यक्तियों का दिल कमजोर होता है तो अगर कमजोर दिल वाला व्यक्ति तनाव ले लेता है तो उसे हार्ट अटैक आने की सम्भावना अत्यधिक होती है। दिल की बीमारी का एक बहुत बड़ा कारण तनाव और डिप्रेशन भी है। और इन्हें दूर करने के लिए खुश रहना बहुत आवश्यक है।

इसे भी पढ़ें: हार्ट अटैक आने के कारण, जानें कब और किस स्थिति में पड़ता है दिल का दौरा

  • आनुवांशिकता:

कई बार ह्रदय रोगों का कारण आनुवांशिकता  भी होती है। और अगर परिवार में किसी को भी हृदय रोग है तो हो सकता है उसके अगली पीढ़ी में भी वही हृदय रोग हो। यह एक सामान्य सा कारण है जिसका होना संभव है। इससे बचने का एक ही उपाय है कि समय-समय पर जाँच कराये और इलाज करवाएं।

  • उच्च रक्तचाप:

उच्च रक्तचाप भी हृदय रोग का एक बहुत ही मुख्य कारण है। उच्च रक्तचाप को अंग्रेजी में हाई ब्लडप्रेशर कहा जाता है। उच्च रक्तचाप के कारण व्यक्ति का शरीर अंदर से बिलकुल खोखला हो जाता है और व्यक्ति को कई अन्य बीमारियाँ भी घेर लेती हैं। इसलिए उच्च रक्तचाप से बचने के लिए नियमित व्यायाम करना आवश्यक है।

ये हृदय रोगों के होने के कुछ मुख्य कारण थे इनसे शरीर में कई प्रकार के रोग पनपते हैं। इसलिए इन कारणों पर विशेष ध्यान देना चाहिए कहीं आपके हृदय रोग का कारण इनमें से ही तो कोई एक नहीं है। अगर ऐसा है तो उस कारण पर कार्य करके उसे नष्ट करने का प्रयास करना चाहिए रोग स्वयं ही समाप्त हो जायेगा।

  • हृदय रोग से बचने के आसान उपचार:

जरुरी नहीं है कि हृदय रोगों को केवल सर्जरी से ही ठीक किया जा सकता है कुछ ऐसे उपचार भी हैं जिनके द्वारा हृदय रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।

  • लहसुन:

लहसुन कई बिमारियों से निजात दिलाने का अचूक उपाय है। हृदय रोगों के लिए भी लहसुन का सेवन करना बहुत उम्दा माना जाता है। रोजाना सुबह खाली पेट दो से तीन लहसुन की फांक खाने से खून पतला होता है एवं खून के थक्के भी मिटते हैं। रक्त का प्रवाह धमनियों तक पर्याप्त मात्रा में पहुँचता है। लहसुन आयुर्वेदिक औषधि के रूप में कार्य करता है। अगर आप लहसुन नहीं खा पा रहे हैं तो आप लहसुन का जूस भी पी सकते हैं। और अगर आपको लहसुन खाने के बाद मुँह में से बदबू आ रही है तो लहसुन खाने के बाद आप दूध पी लें।

  • बादाम का सेवन:
heart

बादाम में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जिनसे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है। एसिडिटी के कारण कई बार हृदय में दर्द की समस्या होती है जो कई बार हृदय रोग में बदल जाती है। तो इससे बचने के लिए 5 से 10 बादाम का प्रतिदिन सेवन करना चाहिए। हर मौसम में बादाम खाई जा सकती है। इसके नुकसान नहीं है। 150 ग्राम सूखे मेवे आपको एक हफ्ते में खाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: मूंगफली के तेल में बनाएं खाना, डायबिटीज और दिल की बीमारियां रहेंगी दूर

  • व्यायाम:

व्यायाम हृदय रोगों से बचने का बहुत ही उम्दा उपचार है। व्यायाम करने से शरीर का अतिरिक्त वजन घटेगा और चर्बी कम होगी जिससे हृदय रोगों का खतरा भी कम हो जायेगा। व्यायाम से कई प्रकार के रोगों को दूर किया जाना संभव है। प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए जिससे शरीर और दिमाग को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

  • संतुलित आहार:

जैसे व्यायाम हृदय रोगों से बचने के लिए जरुरी है वैसे ही संतुलित आहार भी सेहत और हृदय रोगों से बचने के लिए बहुत जरुरी है। हृदय रोगों से बचने का यह आसान उपचार है। संतुलित आहार में नियमित रूप से जूस, सूप, हरी सब्जियाँ, अंकुरित अनाज इत्यादि लेना चाहिए। संतुलित आहार सेहत के लिए बहुत ही जरुरी है इसलिए आहार का ध्यान विशेष रूप से रखना चाहिए।

हृदय रोगों से अगर बचना है और सर्जरी से भी बचना है तो ये उपचार करना चाहिए। लेकिन कुछ परिस्थितियों में सर्जरी आखिरी विकल्प होता है। तो अगर आपको हृदय रोग है और आपको इसके लक्षण दिखाई देते हैं जैसे छाती में दर्द, पैरों में सूजन, सांस लेने में परेशानी, अत्यधिक थकान, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना आदि तो आप किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।