वर्कआउट के लिए एयर कंडीशन या नॉन एयर कंडीशन में से कौन सा जिम बेहतर विकल्प है

by Mahima
best options for work out

आजकल लोग अपनी फिटनेस और सेहत को लेकर बहुत अधिक  सतर्क हो गए हैं और स्‍वस्‍थ और फिट बॉडी पाने के लिए वो जिम की फीस भी बिना हिचके भर देते हैं। आज कल लोग लग्जरी लाइफ स्टाइल अपनाना अधिक पसंद करते हैं जिसके चलते वह  हमेशा ऐसी जगह की तलाश में रहते हैं जहां उन्हें  अच्छी  सुविधा मिले। अतः वर्कआउट के लिए भी ऐसे जिम की तलाश में लोग रहते हैं जो फुल्ली ऐरकण्डीशनर के साथ साथ अच्छे मशीनों के अलावा अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर से भी सुसज्जित हो। वही दूसरी और कुछ लोग इस बात को मानते हैं की वर्कआउट के लिए अच्छी मशीनों के साथ जिम का ऐरकण्डीशनर होना आवश्यक नहीं है।

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तो आइए जानते हैं ऐरकण्डीशनर और नॉन ऐरकण्डीशनर जिम के बारे में:

वर्कआउट के लिए सही वातावरण कैसा होना चाहिए? इस बात को समझने के लिए पहले जान लेते हैं कि जिम में ए.सी होने के क्‍या फायदे और नुकसान क्या हैं:

एसी वाले जिम के लाभ:

  • एसी जिम आरामदायक माहौल प्रदान करता है।
  • जिम में अधिक समय व्यतीत कर सकते हैं और तापमान आरामदायक होने पर अपने फिटनेस लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
  • वर्कआउट के बाद शरीर जल्‍दी ठंडा हो जाता है। ऐसे वातावरण में एक्‍सरसाइज़ करने पर मसल क्रैंप्‍स कम होते हैं।

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एसी वाले जिम के नुकसान

  • थर्मोडायनामिक्स के अनुसार, जब आप एसी में कसरत (workout) करते हैं तो आपका शरीर, आपकी बॉडी के तापमान और वातावरण के तापमान के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है। अब आपका शरीर धीरे-धीरे गर्मी खोना शुरू कर देता है। कसरत के रूप में यह आपकी मांसपेशियों के लिए वास्तव में अच्छा नहीं है। यह आपकी मसल्स और ऊतकों को नुकसान पहुंचाता है।

नॉन-एसी वाले जिम के लाभ:

  • शरीर के विषाक्त पदार्थ वर्कआउट के दौरान पसीने के माध्यम से निकल जाते हैं।
  • नॉन-एसी जिम में कार्डियो का अभ्यास करना आसान होता है।
  • ब्रेक के बाद भी मांसपेशियों को बार-बार वार्मअप करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
  • गर्म वातावरण में वर्कआउट करने से हार्ट रेट बढ़ता है जिससे व्यक्ति और अधिक एक्टिव रहता है।
  • जब आप एक नॉन-ऐसी जिम में पसीने से भरपूर वर्कआउट करने के बाद स्नान करते हैं तो आपको अधिक ताज़ा और फ्रैश महसूस होता है।

नॉन-एसी वाले जिम से हानि :

  • एक नॉन एसी जिम में वर्कआउट करते समय आपको अधिक पसीना आता है और ज़्यादा पसीना आने की वजह से  शरीर के रोमछिद्र बंद हो जाने की वजह से  त्‍वचा रोग होने का खतरा रहता हैं।

नोट: अतः वर्कआउट के दौरान शरीर को अधिक ठंडा ना रख कर थोड़ा गरम ही रखा जाये तो बेहतर होगा।

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रिपोर्ट: डॉ.हिमानी