ब्रीदिंग एक्सरसाइज से होने वाले लाभ

by Dr. Himani Singh
ब्रीदिंग एक्सरसाइज

सही ढंग से सांस लेना न केवल लंबे समय तक जीने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अच्छा मूड बनाये रखने के लिए भी जरुरी है। सोचें कि जब आप तनावग्रस्त, क्रोधित, डरे हुए या तनावग्रस्त होते हैं तो आपका शरीर कैसा महसूस करता है। उस समय आपकी मांसपेशियां टाइट हो जाती हैं और आपकी सांस उथली हो जाती है। जब आपकी सांस उथली होती है तो आपको उचित ऑक्सीजन की मात्रा नहीं मिल पाती है जो आपके शरीर को चाहिए, इसी वजह से आप बैचेन हो जाते हैं। ऐसे में कुछ  ब्रीदिंग एक्सरसाइज आपको तनाव से आराम दिलाने में मददगार सभीत हो सकती हैं, क्योंकि इन एक्सरसाइज  के करने से आपको रिलेक्स महसूस होता हैं।

आइये जानते हैं ब्रीदिंग एक्सरसाइज से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारें में :

1.जब आप तनाव में होते हैं तो हृदय गति में वृद्धि, तेजी से सांस लेना और उच्च रक्तचाप, इस प्रकार की सभी क्रियायें शुरू हो जाती है। गहरी सांस लेना शरीर में तनाव कम करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप गहरी सांस लेते हैं, तो यह आपके  तंग मांसपेशियों को ढीला करने में मदद मिलती है और आप रिलेक्स महसूस करते हो।

2. ऑक्सीजन हमारी कोशिकाओं के लिए बहुत ही आवश्यक प्राकृतिक संसाधन है, क्योकि हमारे शरीर में हर एक कोशिका को ईंधन के रूप में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिससे प्रतेक अंग अपना अपना कार्य भली भांति कर पाएं।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज

3. गहरी सांस लेने से आपके शरीर में उचित ऑक्सीजन का प्रभाह होता है, जिससे शरीर की प्रत्येक कोशिका और अंग तक उचित ऑक्सीजन पहुँचती है और  आप अपनी अधिकतम क्षमता  से कार्य कर पाने में समर्थ होते हैं ।

4. गहरी सांस लेने के लाभों में से एक यह है कि यह डायाफ्राम और प्राथमिक श्वास की मांसपेशियों को तनाव मुक्त करके अस्थमा और श्वास-प्रश्वास जैसे कई दीर्घकालिक श्वसन मुद्दों से राहत  दिलाता है। यह छाती को खोलता है साथ ही इंटरकोस्टल मांसपेशियों और स्कैपुला, इरेक्टर स्पिना और ट्रेपेज़ियस मांसपेशियों के चारों ओर तनाव मुक्त वातावरण बना कर अधिक आराम की मुद्रा प्रदान करता है।

5. गहरी और धीरे-धीरे साँस लेना आपकी नसों को आराम करने का समय देता है। साथ ही ऑक्सीजन की बढ़ी हुई मात्रा आपके तंत्रिका तंत्र (रीढ़ की हड्डी, तंत्रिकाओं और मस्तिष्क) के प्रमुख हिस्से को बेहतर रूप से पोषित करती  है। गहरी साँस लेने से मस्तिष्क को न्यूरो-केमिकल्स को रिलीज करने में  मदद मिलती है, जिससे आपका  मूड या स्वभाव बेहतर बनता है ।

6. जब हम तनावग्रस्त होते हैं या क्रोध या दर्द जैसी असहज भावनाओं का अनुभव करते हैं, तो हमारी सांस उथली हो जाती है और हमारी मांसपेशियों के ऊतक सिकुड़ जाते हैं। गहरी सांस लेने से सिकुड़े हुए ऊतक खुल जाते हैं।

7. गहरी सांस लेने से शरीर को डिटॉक्स करने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। कुछ शोध अध्ययनों के अनुसार, गहरी साँस लेने से आपके शरीर में 70 प्रतिशत विषाक्त पदार्थ बाहर निकल सकते हैं। गहरी साँस लेने के व्यायाम आपके शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में प्रभावी होते हैं जो आपके स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।