कद्दू के बीज के सेवन से जुड़े लाभकारी पोषण तथ्य

by Dr. Himani Singh
Pumpkin Seed

कद्दू के बीज प्रोटीन और असंतृप्त वसा जैसे ओमेगा -3 एसिड से भरपूर होते हैं। इसमें  मौजूद अन्य लाभकारी पोषक तत्वों में मैंगनीज, ट्रिप्टोफैन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, तांबा, फास्फोरस, जस्ता और लोहा शामिल हैं। इसमें बी कॉम्प्लेक्स विटामिन, विटामिन के, और विटामिन ए भी उपस्थित होता हैं।  कद्दू के बीज में पाया जाने वाला फाइटोस्टेरॉल नामक कार्बनिक यौगिक इसमें पाए जाने वाले पोषण मूल्यों को बढ़ा देता है।

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आइये जानते है कद्दू के बीज के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में :

  • जिंक का अच्छा स्रोत :

जिंक शारीरिक क्रियाविधि  के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज माना जाता है। वयस्क पुरुषों को प्रतिदिन 11 मिलीग्राम ज़िंक की आवश्यकता होती है और वयस्क महिलाओं को प्रति दिन 8 मिलीग्राम जिंक की आवश्यकता होती है। बिना पके कद्दू के बीज के प्रत्येक औंस में 2.9 मिलीग्राम जस्ता पाया जाता है।  अतः यह हमारे शरीर में जिक की कमी को पूरा  करने का अच्छा स्रोत बन सकता है।

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  • मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत:

कद्दू के बीज मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता हैं, जो  हृदय स्वास्थ्य को बेहतर रखने में महतवपूर्ण भूमिका निभाता है। 19 से 30 वर्ष के वयस्क पुरुषों को रोजाना 400 मिलीग्राम मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है, जबकि 31 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को 420 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है। 19 से 30 वर्ष की महिलाओं को 310 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है, जबकि 31 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 320 मिलीग्राम की आवश्यकता होती है। कद्दू के बीज के प्रत्येक औंस में 168 मिलीग्राम मैग्नीशियम पाया जाता है। पर्याप्त मैग्नीशियम की मात्रा से शरीर में रक्तचाप कम रहता है जिसके कारण  हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है।

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  • प्रोस्टेट स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:

इंडियन जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, कद्दू के बीज में उचित मात्रा में जिक पाए जाने के कारण यह  बढ़े हुए प्रोस्टेट के लक्षणों से राहत दिलाने में महतवपूर्ण भूमिका निभाते हैं,जो पुरुष यौन स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह आमतौर पर प्रोस्टेट ग्रंथि को मजबूत करने और पुरुषों में स्वस्थ हार्मोन समारोह को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किया जाता है। विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से कद्दू के बीजों का सेवन बीपीएच से संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

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  • प्लांट प्रोटीन का स्रोत:

कद्दू के बीज प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक होते हैं। कद्दू के बीज प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत माना जाता हैं,क्योंकि कद्दू के बीज की मात्रा का 30% हिस्सा प्रोटीन से बनता है।  प्रोटीन अमीनो एसिड से बने होते हैं, जो चयापचय को बढ़ाने में सहायक होते हैं।

  • ऑस्टियोपोरोसिस को कम करता है :

ऑस्टियोपोरोसिस को कम करने के लिए  कद्दू के बीज बहुत ही लाभकारी तथा  लोकप्रिय माने जाते  हैं। क्योकि उसमें  जस्ता, कैल्शियम, तांबा और अन्य खनिजों की उचित मात्रा होती है जो हड्डियों के घनत्व में वृद्धि करते  हैं। अध्ययनों से पता  के अनुसार कद्दू के बीच के  नियमित सेवन से हड्डियों की कमजोरी और ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण कम हो सकते हैं।

रिपोर्ट: डॉ.हिमानी