मासिक धर्म में होने वाली पीड़ा को रोकने का आयुर्वेद समाधान

by Darshana Bhawsar
मासिक धर्म

मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली एक महामारी है। हर महीने महिलाएं 3 से 7 दिन इस महामारी का शिकार रहती हैं एवं इस दौरान होने वाली पीढ़ा और दर्द कभी –कभी असहनीय होता है। हर महिला को यह दर्द नहीं होता लेकिन अधिकतर यह दर्द महिलाओं में इस दौरान देखा जाता है। मासिक धर्म के दौरान दर्द से राहत पाने के कई आयुर्वेद समाधान है। लेकिन इस दौरान दवाओं का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दवाओं के कई दुष्परिणाम होते हैं। इसके लिए आयुर्वेद चिकित्सा का सहारा लिया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें: डायबिटीज होने के क्या है कारण, पढ़ें यहां

आयुर्वेद चिकित्सा के दौरान सभी आयुर्वेद समाधान घर में ही किये जा सकते हैं। जैसे:

अजवाइन का पानी:

अजवाइन तासीर में गर्म मानी जाती है। मासिक धर्म के दौरान अजवाइन को पानी में मिलकर उबाल लें और फिर इस पानी को ही पिए। इससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में राहत मिलती है। यह एक आसान आयुर्वेद चिकित्सा है।

अदरक और शहद:

मासिक धर्म

अदरक को बारीक़ पीस लें और उसे घी में हल्का सेंक लें इसके बाद इसे शहद में मिलकर खाएँ। इससे मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में बहुत फ़ायदा होता है। इससे मासिक धर्म की अनियमितता भी दूर होती है।

गर्म पानी की सिकाई:

मासिक धर्म के दौरान पेट के निचले हिस्से की नसों में ऐंठन  आ जाती है जिससे दर्द होना स्वाभाविक है। इसे निजात पाने के लिए गर्म पानी की सिकाई करना चाहिए। जिससे पेट की नसें खुल जाती हैं और दर्द में राहत मिलती है। यह आयुर्वेद समाधान आसान है।

सौंफ वाली चाय:

1 गिलास पानी लें और उसे उबलने दें इस उबलते हुए पानी में एक चम्मच सौंफ डाल दें। जब पानी आधा रह जाये तो इसे छान लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाएं और इस चाय को पिए। इस आयुर्वेद समाधान से मासिक धर्म की अनियमितता दूर होती हैं एवं दर्द में बहुत राहत मिलती है।

तुलसी एवं दालचीनी:

एक गिलास पानी लें उसमें तुलसी की 4-5 पत्तियाँ डालें एवं आधा चम्मच से भी कम दालचीनी मिलाएं। इस पानी को उबालें। जब पानी आधा रह जाये तो इसे छान लें। और इस पानी को गुनगुना पियें। कुछ ही समय में दर्द से राहत मिल जाएगी। यह बहुत पुरानी आयुर्वेद चिकित्सा है।

इसे भी पढ़ें: ब्लड प्रेशर को पहचाने और खुद को रखें स्वस्थ