पेट दर्द के लिए आयुर्वेद जड़ी बूटी

by Darshana Bhawsar
पेट दर्द

पेट दर्द के कई कारण होते हैं एवं कई लोग नियमित पेट दर्द के कारण परेशान रहते हैं और आयुर्वेद जड़ी बूटी खोजते रहते हैं। सामान्य पेट दर्द के लिए आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे कारगार हैं लेकिन अगर दर्द कुछ गंभीर है तो चिकित्सक को दिखाना अनिवार्य होता है। पेट दर्द कई प्रकार के होते हैं जैसे:

  • पेट में गैस होने के कारण दर्द।
  • पथरी होने के कारण दर्द।
  • पेट ख़राब होने के कारण दर्द।
  • गोला चड़ने के कारण होने वाला दर्द इत्यादि।

पेट दर्द

दर्द के ये कारण सामान्य हैं इनमें घरेलु नुस्खे कारगार सिद्ध होते हैं लेकिन पथरी के दर्द में थोड़ी  साबधानी बरतनी होती है। पथरी के दर्द के लिए जड़ी बूटी भी अलग होती हैं। आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं। यदि पेट में गैस होने के कारण पेट दर्द हो रहा है तो उसके लिए काला नमक और अजवाइन मिला कर उसका सेवन करना चाहिए। इससे पेट की अतिरिक्त गैस निकल जाती है। इसके अलावा अगर पेट का गोला ऊपर नीचे होने के कारण दर्द है तो उसके लिए सरसों का तेल गुनगुना करके उसकी पेट पर मालिश करना चाहिए। इससे गोले का दर्द नष्ट हो जाता है। पेट ख़राब होने के कारण पेट में होने वाले दर्द के लिए त्रिफला या कायम चूर्ण का रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से इस प्रकार का पेट दर्द नष्ट होता है साथ ही पेट साफ़ होता है।

पथरी के दर्द के लिए आयुर्वेद में कई सारे उपचार हैं जैसे पथ्हर चट्टा। इसकी पत्तियां रोज खाने से पथरी के दर्द में आराम मिलता है और धीरे-धीरे पथरी नष्ट होने लगती है। आयुर्वेद जड़ी बूटी से पथरी को हमेशा के लिए नष्ट किया जा सकता है। इसके अलावा तोरई सब्जी का अधिक सेवन करने से भी पथरी में आराम मिलता है। तरबूज खाने से और पानी पीने की मात्रा बढ़ाने से भी पथरी नष्ट होती है।

इस तरह से पेट दर्द का उपचार आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे से कर सकते हैं इनके किसी भी प्रकार के कोई दुष्परिणाम नहीं होते हैं। और ये आयुर्वेद जड़ी बूटी आसानी से उपलब्ध भी हो जाती हैं।