सौन्दर्य के लिए आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे

by Darshana Bhawsar
सौन्दर्य

आयुर्वेद में शरीर के हर भाग की चिन्ता की है। शारीरिक मानसिक एवं स्वस्थ, सुन्दर, सुडोल सौन्दर्ययुक्त शारीरिक रचना पर आयुर्वेद का स्पष्ट मानना है कि स्वस्थ तन में स्वस्थ मन का वास होता है। पूर्व काल में राजा-रजबाडे, नबाब आदि की महिलाए सुन्दरता पर विशेष ध्यान देती थीं। इसकी जानकार महिला वैध हमेशा रनवास या हरम में देशी सुन्दर बनाने वाले लेप उबटनो का स्तेमाल करती थी। आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे को सौंदर्य के लिए काफी कारगार माना गया है।

आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे ऐसे हैं जिसमें दांत, मुंह, बाल चर्म आदि सभी का समावेश है। स्नान मालिश नाखून आदि भी सौन्दर्यता के लिये आयुर्वेद ने आवश्यक माना है। सौंदर्य के लिए आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे में हल्दी, चंदन, गुलाब, एलोवेरा, रीठा, अगर-तगर, केसर, बादाम आदि चीजें सौन्दर्यता को बनाये रखने में प्रयोग की जाती रही हैं। आयुर्वेदिक औषधि के गुण अनगिनत है और इन औषधि में प्रयोग की जाने वाली सभी चीज़ें प्राकृतिक होती हैं जिनसे शरीर को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती। आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे इस प्रकार हैं जो सौंदर्य में कारगार हैं।

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तुलसी एवं चन्दन:

तुलसी और चन्दन के लेप को सौंदर्य के लिए सबसे अधिक फायदेमंद आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे के रूप में देखा जाता है। आयुर्वेदिक औषधि के गुण बहुत अधिक है तुलसी एवं चन्दन के लेप से शरीर का रंग साफ़ करता है और शरीर को निरोगी रखता हैं इससे कील-मुहासों एवं काले दागों से छुटकारा मिलता है।

गुलाब की पंखुड़ी का अर्क:

गुलाबी या लाल गुलाब की पंखुड़ी का अर्क महत्वपूर्ण आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे में से एक है। इस आयुर्वेदिक औषधि के गुण अनगिनत है। दो गुलाब की पंखुड़ी निकाल लीजिये और उसका रस निकाल लें। इसके बाद इसमें आधा चम्मच गुलाब जल मिलाये और रुई के फाहे से रात को सोने के पहले अपने चहरे पर लगायें। इस प्रयोग से रंग साफ़ और त्वचा निरोगी होती है।

नीम के पत्तों का पानी:

नीम के पत्तों को पानी के साथ उबाल लें फिर इस पानी में अपने अनुसार ठंडा पानी मिलाकर इसे गुनगुना कर लें। प्रतिदिन ऐसा करें एवं इस पानी से प्रतिदिन स्नान करने से शरीर के सारे रोग नष्ट हो जाते हैं जैसे फोड़े-फुंसी, दाद, खुजली आदि। इस तरह से सौंदर्य के लिए आयुर्वेद के घरेलु नुस्खे बहुत कारगार माने गए हैं। और इसी वजह से आयुर्वेदिक औषधि के गुण की तुलना चमत्कार से की गयी है।