खून की कमी क्या है इससे बचने के उपाय

by Darshana Bhawsar
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खून की कमी आज के समय में एक बहुत ही बड़ी समस्या है क्योंकि आज के समय में लोगों ने अपने खाने पर ध्यान देना बिल्कुल कम कर दिया है। और अगर खाते भी हैं तो मैदे से बना खाना खाते हैं जैसे फ़ास्ट फ़ूड, बर्गर, ब्रेड इत्यादि या फिर पौष्टिक आहार नहीं लेते। जंक फ़ूड तो आज के समय में लोगों का सबसे पसंद का खाना हैं लेकिन इसके दुष्परिणाम कई हैं जैसे एनीमिया, मोटापा, चर्म रोग इत्यादि। खून की कमी का मतलब है कोशिकाओं में लाल रक्त की कमी होना और सही प्रकार से इनमें खून नहीं पहुँच पाना। खून को हीमोग्लोबिन की मात्रा से मापा जाता है। शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए भरपूर मात्रा में आयरन लेना जरुरी होता है।

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हमेशा व्यक्ति को संतुलित आहार लेना चाहिए जिससे शरीर को भरपूर मात्रा में आयरन और मिनरल मिलें। अगर शरीर में खून की कमी को पूरा करना है तो उसके लिए आपको आहार पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा। खून की कमी के कारण कई प्रकार की बीमारियाँ हो सकती हैं जैसे एनीमिया, ब्लड कैंसर इत्यादि। इसलिए अगर आपको खून की कमी के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप इसके प्रति सतर्क रहे और खून की कमी को पूरा करने के लिए संतुलित आहार लें।

  • खून की कमी के लक्षण:

जब मानव शरीर में खून की कमी होती है तो उसके कई प्रकार के लक्षण सामने आते हैं। इन लक्षण को भांप कर आप यह पता लगा सकते हैं कि आपके शरीर में खून की कमी है और इसके लिए उपचार कर सकते हैं।

  • अत्यधिक थकान होना:

जब हम किसी कार्य को शारीरक ऊर्जा के साथ करते हैं तो उस समय थकान होना जायज होता है। लेकिन जब हम कोई भी कार्य नहीं कर रहे हैं और आराम कर रहे हैं, इसके बाद भी अगर थकान और बीमार वाली स्थिति बनती है तो इसका सीधा मतलब यह है कि हो सकता है शरीर में खून कि कमी हो इसलिए अत्यधिक थकान हो रही है।

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  • त्वचा, नाखून एवं आँखों का पीला पड़ना:

जब शरीर में खून की कमी होती है तो त्वचा, नाखून और आँखों के अंदर पीलापन आने लगता है। खून की कमी होने पर ये लक्षण बहुत ही जल्दी दिखाई देने लगते हैं। अगर आपको अपने अन्दर ऐसे कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं इसका मतलब है कि बहुत हद तक आप खून की कमी का शिकार हैं।

  • अत्यधिक चिड़चिड़ापन:

मानव व्यवहार में चिड़चिड़ापन स्वाभाविक है। अगर निरंतर रूप से मनुष्य में यह चिड़चिड़ापन बना हुआ है इसका सीधा सा एक ही मतलब है कि व्यक्ति बीमार है या उसके हार्मोन्स बदल रहे हैं। निरंतर चिंता में बने रहना और चिड़चिड़े होना खून की कमी को दर्शाता है। इसलिए अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण स्वयं दिखाई देते हैं तो तुरंत खून की जाँच कराएं और चिकित्सक से परामर्श लें।

  • सिर में नियमित दर्द बने रहना:
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सिर में नियमित दर्द बने रहने के कई कारण होते हैं जैसे तनाव, चिंता, डिप्रेशन या फिर खून की कमी। इन सभी कारणों में से सिर दर्द होने का कोई भी कारण होना संभव है। नियमित हो रहे सिर दर्द को गम्भीरता से लेना जरुरी होता है। क्योंकि हो सकता है यह नियमित हो रहा सिर दर्द किसी बीमारी का कारण बन जाये। इसलिए इसकी जाँच जरूर करवाएं।

  • अनियमित पीरियड्स और उच्च रक्‍तश्राव:

अनियमित पीरियड्स और उच्च रक्‍तश्राव एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें खून की कमी होने के बहुत अधिक संयोग होते हैं। अगर कोई महिला इससे पीड़ित हैं तो उसे इसके लिए इलाज करवाने कि बहुत आवश्यकता होती है। इसके साथ ही संतुलित आहार की भी आवश्यकता होती है। अनियमित पीरियड्स और उच्च रक्‍तश्राव को साधारण न समझें।

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  • हाथ-पैर सुन्न होना:

जब शरीर में आयरन और खून की कमी होती है तब शरीर में खून बनना कम हो जाता है और कोशिकाओं तक खून पहुँचने में बाधा उत्पन्न होती है। इस वजह से शरीर के कई भाग सुन्न होने लगते हैं। अगर हाथ-पैर सुन्न होना शुरू हो जाएँ और निरंतर यही स्थिति बनी रहे इसका मतलब है कि शायद आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो गयी है।

  • बालों का झड़ना:

बालों का अत्यधिक झड़ना शरीर की दुर्बलता और कमजोरी को दर्शाता है। जब शरीर में खून की कमी होती है या शरीर में मिनरल या किसी भी पोषक तत्व की कमी आती है तो बालों का झड़ना प्रारम्भ हो जाता है जो आसानी से रुकता नहीं है। इसके लिए व्यक्ति को संतुलित आहार लेने की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। बालों के झड़ने का एक कारण खून की कमी भी हो सकता है। खून की कमी के कारण भी बालों का अत्यधिक झड़ना प्रारम्भ हो जाता है।

  • भूख बहुत ही कम हो जाना:

जब मानव शरीर में खून की कमी आती है व्यक्ति की भूख अचनाक से कम हो जाती है। व्यक्ति को कुछ खाने का मन नहीं करता, व्यक्ति कुछ ठीक से खा नहीं पाता और इस प्रकार की कई समस्याएँ सामने आने लगती हैं। भूख में अचानक आई कमी का कारण भी खून की कमी हो सकता है। यह खून की कमी का एक प्रबल लक्षण होता है।

  • शरीर दुर्बल हो जाना:

शरीर का अचानक से दुर्बल होना और अचानक से कमजोरी आना और उसका ठीक न होना भी खून की कमी के कारण हो सकता है। जब शरीर में खून की कमी होती है तो व्यक्ति दिनोदिन दुबला पतला होने लगता है और कई बार तो व्यक्ति हड्डियों के ढांचे की तरह दिखाई देने लगता है। यह भी खून की कमी का एक लक्षण हैं।

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अगर इन सभी लक्षणों में से आपको स्वयं में कोई लक्षण दिखाई देता है तो खून की कमी कि पुष्टि के लिए खून कि जाँच जरूर करवाएं। इससे आपको पाता चलेगा कि आपके शरीर में कितना हीमोग्लोबिन है और इसका कारण क्या है। इन लक्षणों के साथ यह जानना भी बहुत अधिक जरुरी है कि खून की कमी के कारण क्या हो सकते हैं।

  • खून की कमी के कारण:

खून की कमी के कई कारण हो सकते हैं। उन कारणों को पहचान कर खून की कमी को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। खून शरीर के लिए बहुत ही जरुरी होता है। इसलिए अगर आपके शरीर में खून की कमी है तो इसे गंभीर रूप से लें।

  • आयरन युक्त पौष्टिक आहार न लेना:

शरीर में खून की कमी का एक कारण यह भी है कि व्यक्ति संतुलित आहार नहीं लेता या फिर आयरन युक्त पौष्टिक आहार नहीं लेता। पौष्टिक आहार न लेने के कारण और आयरन युक्त आहार न लेने के कारण खून की कमी जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इसलिए संतुलित आहार शरीर को चलाने के लिए बहुत ही अधिक जरुरी है।

  • मलेरिया के कारण:

मलेरिया के कारण भी शरीर में लाल रक्त कणों की कमी हो जाती है। और इसके कारण शरीर में लाल रक्त बनने की गति धीमी हो जाती है। यह भी खून की कमी का एक कारण होता है। इसलिए कहा जाता है कि मलेरिया ठीक होने के बाद व्यक्ति को अधिक देखभाल की जरुरत होती है जिससे एनीमिया जैसी बीमारियाँ न पनप सकें।

  • दुर्घटना, चोट, घाव:

दुर्घटना, चोट, घाव भी खून की कमी का एक कारण हो सकते हैं। अगर दुर्घटना, चोट, घाव में से व्यक्ति किसी एक से भी पीड़ित है तो उसमें खून की कमी होने लगती है। इससे व्यक्ति का शरीर पतला होने लगता है और हड्डियाँ दिखाई देने लगती हैं। इसलिए अगर दुर्घटना, चोट, घाव में से आप किसी भी एक चीज़ से पीड़ित हैं तो इसका इलाज जरुर करवाएं।

  • बार-बार गर्भ धारण करना:

बार-बार गर्भ धारण करना भी खून की कमी का एक कारण होता है। जब कोई महिला बार-बार गर्भ धारण करती है तो उस समय उसमें खून की कमी का आना स्वाभाविक होता है। और इस समय खून की कमी को पूरा करना थोड़ा सा मुश्किल भी होता है। इसलिए यह भी खून की कमी का एक बड़ा कारण माना गया है।

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  • पेट के अल्सर से खून जाना:

अगर किसी व्यक्ति को अल्सर जैसी बीमारी है तो इस समय भी खून अत्यधिक निकलने की समस्या हो सकती है। इस दौरान व्यक्ति को आहार का विशेष ध्यान रखना होता है। अल्सर में व्यक्ति को बिल्कुल साधारण भोजन लेने की सलाह दी जाती है और अत्यधिक मसाले वाला भोजन बंद करने की सलाह दी जाती है।

इनके अलावा भी खून की कमी के कई और भी कारण हो सकते हैं जैसे पेट के कीड़ों व परजीवियों की वजह से खूनी दस्त होना, शौच, उल्टी, खांसी के साथ खून आना इत्यादि। अब बात आती है अगर शरीर में खून की कमी आ रही है तो उसके उपचार क्या हैं।

  • खून की कमी के लिए उपचार:

खून की कमी के लिए सबसे अच्छा उपचार है संतुलित और आयरन युक्त आहार। अगर आप समय पर आयरन युक्त आहार ले लेते हैं तो खून की कमी की समस्या कभी नहीं होगी। लेकिन अगर आप एनीमिया और ब्लड कैंसर जैसी बीमारी का शिकार हो चुके हैं तो कभी-कभी इस दौरान आपको खून भी चढ़ाना पड़ सकता है। कुछ घरेलु उपचार भी हैं जिनसे खून की कमी को पूरा किया जा सकता है जैसे:

  • आयरनयुक्त आहार लेना:

जब शरीर में खून की कमी होती है उस समय आयरनयुक्त आहार लेना बहुत जरुरी होता है। इससे शरीर को सम्पूर्ण मात्रा में लौहयुक्त आहार मिलते हैं। शरीर को अगर भरपूर मात्रा में लौहयुक्त संतुलित आहार मिले तो खून की कमी को बहुत ही जल्दी पूरा किया जा सकता है। इसलिए आयरन युक्त आहर में इन सब चीज़ों का सेवन करें जैसे: पालक, पत्ता गोभी, चुकंदर, मुनक्का, अनार, खजूर, तरबूज, सेबफल, किशमिश, अंगूर, खजूर इत्यादि। ये सभी आहार लौहयुक्त होते हैं।

  • चाय एवं काफी कॉफ़ी से परहेज करें:

चाय एवं कॉफ़ी में बहुत अधिक मात्रा में कैफीन पाया जाता है। और ज्यादा चाय और कॉफ़ी पीने से शरीर में खून बनने की प्रक्रिया धीमे हो जाती है। इसलिए चाय और कॉफ़ी के सेवन कम से कम ही करना चाहिए। इसकी जगह आप ग्रीन टी पी सकते हैं। और अगर आप खजूर या फिर मुनक्का या फिर छुआरे को दूध में मिलाकर सेवन करते हैं तो इससे खून की कमी को पूरा किया जा सकता है।

  • भोजन के बाद चाय न पियें:

अधिकतर लोगों की आदत होती है कि वे भोजन के बाद चाय या कॉफ़ी पीते हैं। जो सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसके कारण शरीर में लाल रक्त बनना कम हो जाता है और कोशिकाओं तक रक्त पहुँचने में भी परेशानी होती होती है। इसलिए भोजन के बाद चाय या कॉफ़ी न पियें।

  • पानी को गरम करके पियें:

पानी को गर्म करके या उबाल कर रख लें इसके बाद उस पानी को ही पियें। उबले हुए पानी से कई परिजीविओं को नष्ट किया जा सकता है। इसलिए गर्म पानी ही पियें। यह भी खून की कमी की परेशानी को नष्ट करने का एक घरेलु और आसान उपाय है। साफ़ पानी से कई बिमारियों से बचा जाना संभव है।

  • अंजीर का सेवन:

अंजीर सूखे मेवे में से एक होता है जो खून बनाने की प्रक्रिया को तेज कर देता है। अंजीर का सेवन कई प्रकार से किया जा सकता है जैसे रात को अंजीर को पानी में भीगा दें और सुबह उसका सेवन करें, रात को सोते समय दूध में अंजीर को उबाल लें और उसका सेवन करें, अंजीर की चटनी बनाकर खाएँ। इससे बहुत ही जल्दी खून की कमी को पूरा किया जा सकता है।

  • फॉलिक एसिड:

गर्भावस्था में खून की कमी की समस्या अधिकतर देखी जाती है। इस दौरान चिकित्सक महिलाओं को फॉलिक एसिड लेने की सलाह देते हैं। खून की कमी होने पर व्यक्ति अगर फॉलिक एसिड ले तो इससे बहुत ही कम समय में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। या फिर फॉलिक एसिड युक्त आहार लेकर इस कमी को पूरा करना संभव है।

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ये सभी उपाय अपनाकर आप खून की कमी को पूरा कर सकते हैं। खाने में संतुलित आहार कई बिमारियों को दूर कर सकता है इसलिए अपने खाने पर विशेष ध्यान दें। साथ ही अपनी दिनचर्या पर भी विशेष ध्यान दें। अपनी दिनचर्या में सुबह जल्दी उठना, योग या व्यायाम करना साथ ही संतुलित आहार लेने पर भी ध्यान दें। कई बार तनाव के कारण या अत्यधिक चिंता के कारण भी बीमारियाँ मानव शरीर को घेर लेती हैं। और खून की कमी भी इनकी वजह से ही हो सकता है। इसलिए कई तरह से हमें स्वयं पर ध्यान देना होता है।